अमरावती

14 से 23 मार्च तक बिजली बिल सुधार शिविर

महावितरण का जिले में तहसील स्तर पर आयोजन

अमरावती/दि.10 – कृषि श्रेणी के ग्राहकोें को बिजली बिलों के बारे में रहनेवाली शंकाएं तथा शिकायतों को सुलझाने के लिए महावितरण की ओर से 14 से 23 मार्च 2022 के दौरान जिले के प्रत्येक तहसील में बिजली बिल सुधार शिविर का आयोजन किया जा रहा है. महावितरण द्वारा आयोजीत इन शिविरों में ग्राहकों का मंजूर बिजली भार, मीटर रिडिंग, बकाया आदि स्वरूप की शिकायतों का निराकरण किया जानेवाला है.
कृषि ग्राहकों के बिजली बिलों में सुधार व मंजुरी के प्रस्ताव महावितरण की संगणकीय प्रणाली द्वारा मंजुर कर बिल में सुधार के बाद की संशोधित बकाया की रकम की ग्राहक को तुरंत जानकारी दी जानेवाली है. तहसील स्तर पर आयोजीत इन शिविरों में 14 मार्च 2022 को चिखलदरा में, 15 मार्च को अचलपुर, धारणी, अमरावती और नांदगांव खंडेश्वर में सम्मेलन का आयोजन किया गया है. 16 मार्च को भातकुली तथा दर्यापुर में जबकि 17 मार्च को अचलपुर, धामणगांव रेलवे व चांदूर बाजार तहसील में शिविर का आयोजन किया है.
वहीं 21 मार्च को मोर्शी में, 22 मार्च को चांदूररेलवे में और 23 मार्च को तिवसा तथा वरूड तहसील में शिविरों का आयोजन किया गया है. राज्य में महावितरण के कुल बकाया में से सितंबर 2020 के अंत तक कृषि ग्राहकों की ओर 45,802 करोड रूपये बकाया हो गया है. इसलिए कृषि ग्राहकोें के हितार्थ महाराष्ट्र सरकार ने सर्वसमावेशक कृषिपंप बिजली कनेक्शन की नीति 2020 जाहीर की थी. इस नीति अंतर्गत निर्लेखन द्वारा करोड रूपयों की छूट, ब्याज व विलंब शुल्क में 4,676 करोड रूपयों की छूट देने के पश्चात संशोधित बकाया रूपये 30,706 करोड रूपये निर्धारित किया गया है. इनमें से सिर्फ 2378 करोड रूपये की रकम कृषि ग्राहकों द्वारा भरी गयी है. सितंबर 2020 में वर्तमान बिजली बिल के बकाया में भी बडे प्रमाण में वृध्दि होकर आज की तिथी में कुल बकाया 39,993 करोड रूपये हो गया है. महावितरण की कृषि नीति के अनुसार मिलनेवाली 66 प्रतिशत सहूलियत की मुदत 31 मार्च 2022 को खत्म हो रही है. इसलिए जिले के सभी बकायादार ग्राहकों को इस नीति में मिलनेवाली भारी मात्रा में सहूलियत का लाभ 31 मार्च 2022 को लेकर पूर्ण बकाया मुक्त बनें, ऐसा आवाहन महावितरण कंपनी की ओर से किया गया है.

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