अमरावती/दि.29- जिले में जलापूर्ति करने वाली 1930 योजना की तरफ बिजली बिल के 77 करोड 13 लाख 40 हजार रुपए तथा पथदीप के 115 करोड 86 लाख 88 हजार रुपए बकाया है. संबंधित प्रशासन ने इसकी तत्काल दखल लेकर चालू अथवा बकाया बिजली बिल भरकर सहकार्य करने आवाहन महावितरण ने किया है. मार्च महिने के तीन दिन शेष रह गए है. बिजली बिल वसूली के लिए अभियंता, अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जा रहे हैं. जिले में कुल 193 करोड बकाया है. बिजली के कारण जलसंकट का सामना आम नागरिकों को न करना पडे, इसका एहसास रखने की अपील महावितरण ने संस्थाओं से की है.
* स्ट्रीट लाइट के बिल बाकी
स्ट्रीट लाइट के सर्वाधिक 65 करोड के बिजली बिल अमरावती ग्रामीण में बकाया है. अमरावती शहर में 50 लाख का बिल बाकी है. मोर्शी विभाग में 15 करोड और अचलपुर विभाग में 35 करोड की राशि बकाया होने से काफी दिक्कत महावितरण को हो रही है. महावितरण के भी अपने खर्चे है. उसे भी लोगों को और संस्थाओं को चुकाना पडता है. इसलिए महावितरण ने गर्मियों में बढनेवाली बिजली की मांग का नियोजन करने वित्त वर्ष के अंतिम दिनों में अब भुगतान की अपील की है.
* जलापूर्ति योजनाओं पर बकाया
जलापूर्ति की अनेक योजनाओं पर महावितरण के करोडो रुपए बाकी है. जिसके लिए महावितरण ने स्थानीय संस्थाओं और निकायों से बिल भुगतान की अपील की है. महावितरण अनुसार अचलपुर में 682 योजनाओं पर 29 करोड 50 लाख, अमरावती ग्रामीण की 661 योजनाओं पर 23 करोड 14 लाख तथा मोर्शी में 435 योजनाओं पर 24 करोड 10 लाख का बिल बाकी है. वसूली की सिवाय महावितरण के पास पर्याय नहीं है. इसलिए जलापूर्ति योजनाओं की बिजली खंडित करने का अंदेशा है.