अमरावती

विद्युत वाहिनी पर हूक डालकर ली जा रही मुफ्त में बिजली

महावितरण ने छेडा अभियान, 1,041 हूक निकाले

* लाखों रूपयों का केबल भी किया गया जप्त
अमरावती/दि.6- जिले में कई स्थानों पर विद्युुत तारों पर हूक डालकर घरों में विद्युुत उपकरण चलाने और खेतों में सिंचाई करने के लिए बिजली चोरी की जाती है. जिससे महावितरण को नाहक ही नुकसान का सामना करना पडता है और कई बार विद्युत ट्रान्सफार्मर पर अतिरिक्त भार बढ जाता है. ऐसे में महावितरण द्वारा हूक डालकर बिजली चोरी करनेवाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी गई है. इसके तहत अब तक जिले के अलग-अलग इलाकों में बिजली तारों पर डाले गये 1 हजार 41 हूक निकाले गये है और हूक डालने हेतु प्रयोग में लाये जानेवाले लाखों रूपये मूल्य के केबल वायर को जप्त करने के साथ ही महावितरण द्वारा बिजली चोरों के खिलाफ दंडात्मक व कानूनी कार्रवाई करनी भी शुरू की गई है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण काल के पश्चात उद्योग जगत में बिजली की मांग बढ गई है, वहीं इन दिनोें लगातार बढती गर्मी की वजह से घरेलू उपभोक्ताओें की भी बिजली संबंधी जरूरत बढ गई है, क्योंकि एसी व कूलर जैसे विद्युुत उपकरणों का बडे पैमाने पर प्रयोग होने लगा है. इसी बीच कोयले की किल्लत के चलते बिजली निर्मिती में काफी हद तक कमी आयी है. ऐसे में अतिभारीत विद्युत वाहिनियोंवाले ट्रान्सफार्मर पर विशेष ध्यान देते हुए उन ट्रान्सफार्मरों की क्षमता और उनपर रहनेवाले विद्युत भार को जांचने का अभियान महावितरण द्वारा 21 अप्रैल से शुरू किया गया है. जिसके तहत 4 मई तक 38 फीडरों पर अनधिकृत तरीके से लगाये गये 1 हजार 41 हूक को महावितरण द्वारा निकाल दिया गया है. इस कार्रवाई में लाखों रूपये के केबल वायर भी महावितरण द्वारा जप्त किये गये है और हूक डालकर बिजली चोरी करनेवाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है.

* 7 से 8 मेगावैट की बिजली बची
कोयले की कमी की वजह से पहले ही बिजली की किल्लत चल रही है. वहीं दूसरी ओर जिले में बडे पैमाने पर बिजली चुराई जा रही है. ऐसे में खुद को हो रहे नुकसान को देखते हुए महावितरण द्वारा कार्रवाई करनी शुरू की गई और इस कार्रवाई के चलते करीब 7 से 8 मेगावैट बिजली बचाने में महावितरण को सफलता मिली है.

* बिजली चोरों पर विभागनिहाय कार्रवाई
अमरावती ग्रामीण – 391
अचलपुर – 353
मोर्शी – 298

* अपराध साबित होने पर हो सकती है सजा
विगत 21 अप्रैल से महावितरण द्वारा शुरू किये गये अभियान के तहत जिले में 1 हजार 41 स्थानों पर बिजली चोरी के मामले पकडे गये है और विद्युत तारों पर डाले गये हूकों को निकालते हुए इस कार्य हेतु प्रयोग में लाये जा रहे लाखों रूपये मूल्य की केबल वायर को जप्त किया गया है. वहीं संबंधितों के खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत फौजदारी मामले दर्ज किये गये. ऐसे में यदि संबंधितों के खिलाफ अदालत में अपराध सिध्द हो जाता है, तो उन्हें आर्थिक जुर्माने के साथ-साथ कारावास की सजा भी हो सकती है. ऐसी जानकारी महावितरण के अधिक्षक अभियंता दिलीप खानंदे द्वारा दी गई है.

 

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