अमरावती

5.94 करोड रूपयों की बिजली चोरी

एक साल में 744 मामले हुए दर्ज

अमरावती/दि.28– विगत एक वर्ष के दौरान अमरावती जिले में बिजली चोरी के 744 मामले उजागर हुए. इसके तहत विद्युत विभाग द्वारा 1 हजार 755 स्थानों पर छापा मारते हुए अलग-अलग तरीकों से की जा रही बिजली चोरी के मामलों को पकडा गया. साथ ही 5 करोड 94 लाख 66 हजार रूपये की बिजली चोरी को लेकर मामले दर्ज किये गये. इसमें से 744 बिजली चोरों से 275.04 लाख रूपयों की दंडात्मक राशि वसूल की गई है. साथ ही 5 लोगों के खिलाफ भारतीय विद्युत अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए महावितरण की मुख्य अभियंता पुष्पा चव्हाण द्वारा बताया गया कि, लोगबाग तरह-तरह के तरीकों का प्रयोग करते हुए बिजली चोरी के नये-नये फंडे खोज निकालते है. किंतु महावितरण के पास ऐसे हर तरीके का तोड है और बिजली चोरी की वारदातों को रोकने तथा अब तक हुई चोरी की रकम वसूल करने के लिए महावितरण पूरी तरह से तैयार है.

* बिजली चोरी के है ये तरीके
उंचे स्लैबवाली यूनिट की दरें न लगे और कम यूनिटवाली दरों में ही काम चलता रहे, इस बात के मद्देनजर कई औद्योगिक व घरेलू कनेक्शन धारकों द्वारा कई तरह के तरीकों का प्रयोग करते हुए मीटर की रफ्तार को सुस्त कर दिया जाता है.
– कई लोग आधे उपकरण विद्युत मीटर से चलाते है. वहीं बाकी के कामकाज हेतु डायरेक्ट बिजली ली जाती है.
– कई स्थानों पर तो सीधे बिजली के खंभे अथवा तार पर हूक डालकर बिजली चोरी की जाती है.

* बिजली चोरी करने पर हो सकती है जेल
इन दिनों जहां एक ओर बिजली चोरी के मामले काफी अधिक बढ गये है, वहीं ऐसे मामलों को पकडने हेतु छापा मारने के लिए जानेवाले महावितरण के पथक पर हमला करने के मामले भी बढ गये है.
– ऐसे में विद्युत चोरी का मामला पकडे जाने पर भारतीय विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत तो कार्रवाई होती है, साथ ही महावितरण अधिकारियों व कर्मचारियों पर हमला करने के मामले को लेकर भी भादंवि की विभिन्न धाराओं के तहत संबंधितों के खिलाफ फौजदारी अपराध दर्ज किये जाते है. जिसके चलते संबंधित व्यक्ति को जेल की हवा खानी पड सकती है.

* सर्वाधिक बिजली चोरी कडबी बाजार व पठान चौक परिसर में
महावितरण के अमरावती उपविभाग अंतर्गत कडबी बाजार व पठानपुरा सहित वडाली परिसर में सर्वाधिक विद्युत चोरी के मामले उजागर हुए है. इन परिसरों के कई घरों में लोगों द्वारा विद्युत मीटर में जमकर हेराफेरी की गई है. ऐसे में महावितरण द्वारा इस परिसर में हमेशा ही कडाई के साथ नजर रखी जाती है. वहीं आये दिन इस परिसर में जांच-पडताल करते हुए बिजली चोरोें के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. इसके अलावा इन परिसरों को लोडशेेडिंगवाली सूची में सबसे निचले पायदान पर रखा गया है. यदि लोडशेडिंग करने की जरूरत पडती है, तो सबसे पहले और सबसे अधिक समय की लोडशेडिंग इसी परिसर में की जायेगी.

* भरोसा सेल की ओर से जारी आंकडे
महिना बिजली चोरी के मामले चोरी उजागर (लाख रूपये)
जनवरी 61 22.09
फरवरी 20 4.11
मार्च 48 6.32
अप्रैल 27 5.73
मई 01 0.08
जून 44 20.87
जुलाई 78 75.62
अगस्त 67 28.37
सितंबर 136 39.61
अक्तूबर 172 47.45
नवंबर 90 24.79

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