अमरावती

निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मी व अधिकारी आक्रामक

विद्युत भवन के सामने विरोध प्रदर्शन पांचवें दिन भी हुआ

  • 19 से शुरू होगा असहयोग आंदोलन

अमरावती/दि.17 – महाराष्ट्र बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में गत 12 दिसंबर से विद्युत भवन के सामने बिजली कर्मचारी-अधिकारी संघर्ष समिति के बैनर तले सभी अधिकारी व कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार 16दिसंबर की शाम भी सभी कर्मचारियों ने सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाजी करते हुए निजीकरण का विरोध किया. रविवार 18 दिसंबर तक यह प्रदर्शन जारी रखने के बाद 19 दिसंबर से असहयोग आंदोलन किया जानेवाला है. पश्चात 23 दिसंबर को नागपुर विधानभवन पर मोर्चा निकाला जानेवाला है.
महाराष्ट्र बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी-अधिकारी संघर्ष समिति द्वारा 12 दिसंबर से शुरू किए गए आंदोलन को बिजली विभाग के विविध संगठनों ने समर्थन दिया है. शुक्रवार 16 दिसंबर को आंदोलन के पांचवें दिन सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने विद्युत भवन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया. 12 दिसंबर से शुरू हुए इस आंदोलन के दौरान 14 व 15 दिसंबर को ग्राम पंचायत सदस्य से लेकर मंत्री और सभी जनप्रतिनिधियों साथ ही सामाजिक, ग्राहक, किसान, कामगार संगठना को ज्ञापन सौंपा गया और द्वार सभा ली गई. अब 19 दिसंबर से बेमियादी असहयोग आंदोलन के साथ बकाया बिजली बिल वसूली बंद, कंपनी के सिमकार्ड प्रशासन के पास जमा किए जाएंगे और उपकेंद्र के मोबाईल फोन भी जमा कर शाखा कार्यालय में आनेवाले फोन रिसीव नहीं किए जानेवाले है. 23 दिसंबर को नागपुर विधानभवन पर मोर्चा निकालने के बाद 29 दिसंबर को संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में द्वारसभा का आयोजन, 2 जनवरी 2023 को ठाणे में मोर्चे का आयोजन, 4 जनवरी से 72 घंटे की हडताल और 16 जनवरी को फिर द्वारसभा के बाद 18 की मध्यरात्रि से बेमियादी हडताल शुरू की जानेवाली है.

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