अमरावतीमहाराष्ट्र

‘स्वदेशी संस्कृति को अपनाएं ’

जगतगुरू स्वामी श्री रामराजेश्वराचार्य जी का आवाहन

* चिंतामणि नगर में गणेश जयंती उत्सव का उत्साह
* सैकडों भाविकों की उल्लासमयी उपस्थिति

अमरावती/दि.14– व्यास लेआउट चिंतामणी नगर स्थित श्री चिंतामणी सेवा ट्रस्ट द्बारा आयोजित श्री गणेश जयंती उत्सव की मंगलवार शाम छटा बिखरी. सैकडों गणेश भक्तों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति का आनंद द्बिगुणीत हो गया था. परमपूज्य अनंत श्री विभूषित जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी श्री राजेश्वरजी माउली सरकार की परमपावन उपस्थिति से परिसर आलोकित हो गया था. माउली सरकार ने भगवत भक्ति का महत्वपूर्ण प्रवचन दिया. विशेषकर गणपति भगवान की आराधना से रिध्दि सिध्दी और बुध्दि प्राप्त होने का उल्लेख किया. उन्होंने जन-जन से स्वदेशी संस्कृति अपनाने का आवाहन किया.

* भावी पीढी होगी उन्नत
जगतगुरू ने कहा कि पाश्चात्य लोग हमारे सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति की महत्ता समझ उसे अपना रहे हैंं. आचरण कर रहे हैं. अनुसरण कर रहे हैं. हमारी भावी पीढी को सर्वांगीण प्रगति में हमारी संस्कृति का बडा योगदान रहेगा. जगतगुरू ने बुध्दि के देवता गणपति के विविध प्रसंगों को उधृत कर अपनी बात समझाई. उन्होंने कहा कि बच्चों को उचित शिक्षा का दायित्व माताओं का हैं. माताए सृजनशील होती हैं.

* अथर्व शीर्ष का सामूहिक पाठ
कार्यक्रम में अथर्व शीर्ष का सामूहिक पाठ उत्साह से एवं श्रध्दापूर्वक किया गया. उपरांत स्वामीजी के आशीर्वचन हुए.उसी प्रकार मोदक के आकार का केक काटा गया. गणपति के गगनभेदी जयकारे किए गये. उसी प्रकार चिंतामणी गणेश की जयकार से संपूर्ण नगर गूंज उठा था. परमपूज्य जगदगुरू स्वामीजी ने बालगोपालों को अपने हाथों से मोदक केक खिलाया. बच्चे बडे प्रसन्न हो गये थे. बडी संख्या में स्वामीजी के अनुयायी और गणेश भक्त उपस्थित थे. उसी प्रकार हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की.

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