* 20 मई के बाद वोटिंग नहीं, मांग के अनुसार बढेगी
अमरावती/ दि. 27- प्रदेश में बिजली की डिमांड बढ रही है. इस बार मई माह में 30 हजार मेगावाट तक जा सकती है. महावितरण और महानिर्मिति में यह निष्कर्ष निकाला है. जिससे आगामी माह में आपातकालीन भारनियमन होने का अंदेशा व्यक्त किया गया है. उल्लेखनीय है कि गत 1 अप्रैल से बिजली दरों में बढोत्तरी लागू हो गई है. जिससे लोगों का मासिक बिजली बिल कम से कम 30 से 50 रूपए बढने वाला है.
* मांग पहुंची 28000 मेगावॉट
बिजली कंपनी के अनुसार अप्रैल माह के पहले सप्ताह में तापमान बढने से बिजली की खपत 28000 मेगावॉट तक जा पहुंची थी. गत पखवाडे भर में प्रदेश के विभिन्न भागों में बेमौसम बारिश और बदरीले वातावरण के कारण बिजली की डिमांड 26 या 27 हजार मेगावॉट तक स्थिर रही. अभी प्रदेश में दो चरणों के चुनाव हुए है. 7,13 और 20 मई को लोकसभा के लिए वोटिंग होना है. तब तक बिजली की डिमांड बढने पर निजी कंपनियों से खरीदी जायेगी. आपूर्ति की जायेगी. कंपनी सूत्रों ने इशारा किया कि 20 मई के बाद वोटिंग नहीं है. इस अवधि में डिमांड बढने पर आपातकालीन भारनियमन हो सकता है.
* प्रदेश में खेती को 8 घंटे
खेतीबाडी के लिए जून तक 8-8 घंटे बिजली आपूर्ति की जायेगी मार्च में ही महावितरण ने इस बारे में निर्देश दिए थे. प्रदेश में कृषि पंप बिगाड के प्रमाण अधिक है . इसलिए 5 घंटे से अधिक समय तक बिजली नहीं मिलने का आरोप किसान करते हैं. उनका दावा है कि यह एक प्रकार का अघोषित भारनियमन है.
* कोयले का स्टॉक कम
कंपनी के लोग अभी से वातावरण तैयार करने में लगे है. केंन्द्रीय बिजली आयोग का नियम है कि उर्जा प्रकल्पों के बाद 22 दिनों का कोयले का स्टॉक रहना चाहिए. किंतु प्रदेश के भुसावल और कोराडी छोडकर अधिकांश प्रकल्पों में स्टॉक कम है. चंद्रपुर में 14, खापरखेडा में 10, नाशिक में 8, पारस में 15, परली में 15 दिन का ही स्टॉक रहने की जानकारी देते हुए महावितरण कंपनी दावा कर रही है कि पिछले साल की तुलना में इस बार स्टॉक अधिक है.
* बढ गया स्थिर आकार
महावितरण में गत 1 अप्रैल से प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं का स्थिर आकार बढा दिया है. इंधन अधिभार भी बढा है. दावा किया जा रहा है कि उपभोक्ताओं पर 10 प्रतिशत दरवृध्दि का बोझ बढने वाला है. सिंगल फेस घरेलू उपभोक्ता को 116 की वजाय अब 128 रूपए देने होगे. थ्री फेस के लिए 385 की बजाय 425 रूपए देने पडेंगे.
* शहर में भारनियमन का आरोप
बिजली कटौती अगले माह शुरू होने की आशंका के बीच अमरावती के कई भागों के उपभोक्ता आरोप करते हैं कि अघोषित भारनियमन अभी भी हो रहा है. बेमौसम बारिश और आंधी तूफान के कारण बिजली खंडित हो जाती है.