अमरावतीमहाराष्ट्र

मानवीय भावनाओं को व्यक्त करने ‘इमोजी’ निभाते है अहम भूमिका

आज विश्व इमोजी दिवस

* डिजिटल दौर में महत्व केवल मनोरंजन तक ही सीमित नहीं
* हर व्यक्ति के जिंदगी का बना अहम हिस्सा
अमरावती/दि.17-विश्व इमोजी दिवस हर साल 17 जुलाई को मनाया जाता है. डिजिटल दौर में ‘इमोजी’ गेमचेंजर साबित हो रहे है. ‘इमोजी’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें ‘ई’ का मतलब है फोटो या चित्र और ‘मोजी’ का मतलब है चरित्र यानी कैरेक्टर. आजकल के दौर में इमोजी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. इन छोटे-छोटे चित्रों के जरिए लोग अपनी भावनाओं, विचारों और संदेशों को प्रभावी ढंग से व्यक्त कर सकते हैं. 17 जुलाई को मनाया जाने वाले विश्व इमोजी दिवस यानी वर्ल्ड इमोजी डे को इन प्यारे इमोजी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके महत्व को स्वीकार करने का एक विशेष अवसर है. वर्ल्ड इमोजी डे का महत्व केवल मनोरंजन तक ही सीमित नहीं है. इमोजी भाषा के बाधाओं को पार करने अलग-अलग संस्कृतियों को जोडने और मानवीय भावनाओं को व्यक्त करने में अहम भूमिका निभाते हैं.
आजकल हर कोई सोशल मीडिया पर अपने इमोशन इमोजी से बताते है. चैटिंग में इमोजी का अलग ही महत्व है. आज के समय में लोग फोन पर बात करने की बजाय मैसेज पर बात करना ज्यादा पसंद होता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर 10 इमोजी सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं. खुशी के आंसुओं के साथ चेहरा व रेड हार्ट, हंसते हुए लुढकना, थम्स अप, रोता हुआ चेहरा, हाथ जोडना, दिल के साथ मुस्कुराता चेहरा आदि.

* समय के साथ बातचीत का तरीका भी बदल गया
समय के साथ लोगों के बातचीत का तरीका बदल गया है। पहले लोग घंटों फोन पर बात करते थे तो अब लोग कॉल की बजाय व्हाट्सअप या कई मैसेजिंग एप्प पर चैट करना पसंद करते हैं. चैट में भी टेक्स्ट की बजाय इमोजी या फिर स्माइली से चैट करने का क्रेज युवाओं में तेजी से बढ रहा है. दरअसल, चैट में अब इमोजी या स्माइली का इस्तेमाल सिर्फ हंसने तक नहीं रह गया है बल्कि अपनी फीलिंग्स और भावनाओं का इजहार करने के लिए भी लोग इनका सहारा लेने लगे हैं.

* इन वजहों से इमोजी को मिला ‘येलो’ रंग
इमोजी ज्यादातर पीले कलर की होती हैं. आखिर इमोजी को पीला कलर क्यों दिया गया तो इसके पीछे कई कारण बताए जाते हैं उनमे से एक है कि इमोजी का पीला रंग हमारी स्किन टोन से मैच होता है और लोग जल्दी इस कलर से कन्टेक्ट कर पाते हैं इसलिए इमोजी को येलो कलर दिया गया. जब कोई व्यक्ति हंसता है या मुस्कुराता है, तो उसक चेहरा पीला दिखने लगता है इस वजह से इमोजी का कलर पीला दिया गया. वहीं, कई लोगों का ऐसा मानना है कि पीला रंग बहुत वाइब्रेंट होता है और वह खुशी का प्रतीक होता है. इस वजह से इमोजी को पीला कलर दिया गया है.

* जागरूकता बढाने हो रहा इस्तेमाल
डिजिटल दौर में भी जागरूकता बढाने के लिए संबंधित विविध इमोजी का इस्तेमाल दिख रहा है. हरी सब्जियों से लेकर रंगबिरंगी फलों तक, सुंदर प्रकृति से लेकर भयानक तूफान तक कई इमोजी का उपयोग एक व्यक्ति दिनभर में संवाद तथा भावना व्यक्त करने के लिए करता है.

 

 

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