सर्वत्र गणेशोत्सव का उल्लास, शहर भर में सजी 2 हजार से अधिक स्टॉल
गणेशोत्सव में प्रशासन का सहयोगात्मक रुख
* रोशनाई सस्ती, बिजली भी घरेलू रेट पर
* इस बार हल्की बरसात के भी आसार
अमरावती/दि.29 – कोरोना मुक्ति के 2 वर्ष बाद गणेशोत्सव की धूम मचने वाली है. जिसके लिए भक्तों खास कर युवाओं में उत्साह, उल्लास, उमंग चरम पर है. दूसरी ओर बाजार भी गणेशोत्सव की साज-सज्जा और मूर्तियों, लाईटींग आदि से सजे है. उधर प्रशासन ने भी भाविकों का उत्साह बढाने वाले कदम उठाये है. गणेश पंडालों को घरेलू रेट पर बिजली मिलेगी. ऐसे ही शहर भर में मोटे तौर पर सजी गणपति स्टॉल को मनपा ने अभयदान दे दिया है. तथापि पंडालों को रात 10 बजे तक ही लॉउडस्पिकर चलाने की परमिशन दी जा रही है. पुलिस प्रशासन भी 10 दिवसीय पर्व के लिए मुस्तैद हो चला है. जगह-जगह बंदोबस्त के साथ संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की गश्त और तैनाती में बढोत्तरी हुई है. शहर और जिले में प्रतिबंंधात्मक कार्रवाई के साथ खाकी ने कमर कसी है. इस बार का गणेशोत्सव अनेक मायनों में अभुतपूर्व हो सकता है. प्रशासन भी पंडालों और गणेशोत्सव के लिए कहीं किसी को रोक-टोक नहीं कर रहा, अडा नहीं रहा. उसके रवैये में सहयोग की भावना अधिक दिखलाई पड रही है.
* अमरावती में मूर्तियों की डिमांड
समस्त जिले में मूर्तियों की मांग इस बार बढ जाने का अंदाजा मूर्तिकारों ने व्यक्त किया है. उनके अनुमान के अनुसार जिले में 5 लाख मूर्तियों की विक्री होने का अंदाजा है. केवल अमरावती शहर में ही 1 लाख से अधिक मूर्तियों की विक्री हो सकती है. यह भी उल्लेखनीय है कि, भीड-भाड से बचने के लिए लोगों ने मनपसंद गणपति मूर्ति बुक कर दी है.
* मिट्टी की मूर्तियों पर जोर
पर्यावरण प्रेमी भाविक मिट्टी की मूर्तियों पर जोर दे रहे है. एक विक्रेता नीलेश कंचनपुरे ने बताया कि, शहर में बालगोपालों से लेकर बडे बुजुर्गों ने भी मिट्टी की मूर्तियों में रुची दिखाई है. इतना ही नहीं घरों में साज-सज्जा के लिए पर्यावरण पूरक सामग्री खरीदी जा रही है. कंचनपुरे ने बताया कि, सिर्फ 2 दिन बचे है. ऐसे में मूर्तियों की विक्री बढ गई है. मिट्टी की मूर्ति को घर में ही सहजता से विसर्जित किया जा सकता है. इसलिए अमरावतीवासी मिट्टी के गणपति पसंद कर रहे है.
* मिट्टी के गणपति महंगे
शाडू की मिट्टी की मूर्ति को पर्यावरण पूरक माना जाता है. पीओपी की मूर्तियां भले ही अधिक आकर्षित लगे किंतु अब बालगोपालों का जोर मिट्टी की मूर्तियों पर है. जिससे पीओपी की तुलना में मिट्टी के गणपति की मूर्ति महंगी होने की जानकारी बाजार सूत्रों ने दी. उन्होंने बताया कि, पीओपी की मूर्ति 300-500 रुपए में जबकि मिट्टी के गणपति 1100 रुपए में उपलब्ध हैै.
* 2 हजार स्टॉल, नहीं चलेगा गजराज
शहर के नवाथे प्लॉट, रवि नगर, गांधी चौक, राजापेठ, कंवर नगर रोड, गाडगे नगर, दस्तुर नगर चौक, इर्विन चौक, पंचवटी, नेहरु मैदान सभी स्थानों पर गणपति मूर्तियों के 2 हजार से अधिक स्टॉल सज गये है. बीते 2 दिनों में मूर्तियों की बुकिंग और विक्री भी जोरों पर है. इन विक्रेताओं का उत्साह मनपा के निर्णय से बढा है. मनपा ने गणपति की मूर्ति विक्रेताओं की दूकानों पर कार्रवाई नहीं करने का निर्णय घोषित किया है. मनपा प्रशासन ने सडक किनारे बने स्टॉल धारकों से यातायात में कोई अवरोत ना आये, इसकी सावधानी बरतने की अपेक्षा अवश्य व्यक्त की है.
* क्या कहते हैं मूर्तिकार
शहर के अंतर्राष्ट्रीय ख्याती के मूर्तिकार अतुल जिराफे के अनुसार लोग शाडू की मूर्ति पसंद कर रहे है. जागरुकता का आलम यह है कि, पीओपी से काफी महंगी होने पर भी शाडू की मूर्ति लोग ले रहे है. उधर नीलेश कंचनपुरे ने बताया कि, पर्यावरण की रक्षा के खातिर मूर्ति के साथ एक गमला और पौधा भी वे और उनके जैसे अनेक विक्रेता दे रहे है. आम लोगों का कहना है कि, शाडू की मूर्ति से नदी, तालाब का प्रदूषण का खतरा कम हो जाता है. राजापेठ के प्रवीण गढीकर ने बताया कि, प्रदूषण को लेकर वे सजग है. वहीं अर्जुन नगर के पीयुष देशमुख ने बताया कि, शाडू की मूर्तियां भी विभिन्न आकारों में उपलब्ध है.
* मनपा का पर्यावरण पूरक उत्सव
मनपा उपायुक्त सीमा नैताम ने बताया कि, पर्यावरण की रक्षा के लिहाज से मनपा तैयारी कर रही है. निर्माल्यकुंड की संख्या बढाई गई है. कृत्रिम तालाब भी बढाये गये है. वडाली, छत्री और प्रथमेश तालाब के पास कुंड बनाये जा रहे है. मनपा गणेशोत्सव को पर्यावरण पूरक बनाने के लिए प्रयासरत होने का दावा डॉ. नैताम ने किया.
* सडक न रोकें मंडल
गणेशोत्सव के लिए मंडलों को पुलिस आयुक्तालय से एक खिडकी योजना के जरिए अनुमति दी जा रही है. इसकी आकार की अनुमति का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी पुलिस और मनपा प्रशासन ने दी है. प्रशासन ने गणेश मंडलों से सडकों को जाम न करने की अपील की है. अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी है.
* लाईटींग स्वस्त
गणेश मंडलों को राज्य बिजली कंपनी महावितरण ने अच्छी खबर दी है. पंडालों को घरेलू रेट पर बिजली देने का ऐलान किया गया है. पंडालों के लिए कुछ सावधानी बरतने के उपाय के साथ महावितरण ने जरुरत पडने पर तुरंत 1912 अथवा, 1800102345 अथवा 18002333435 पर संपर्क करने कहा है. महावितरण ने 4 रुपए 71 पैसे प्रति यूनिट का रेट घोषित किया है. 100 से अधिक यूनिट होेने पर दर 8 रुपए 69 पैसे और 300 से 500 यूनिट के लिए 11 रुपए 72 पैसे रहने की जानकारी दी है.
* ध्वनी प्रदूषण पर मनपा चौकस
इस बीच मनपा ने पंडालों के लिए ध्वनी प्रदूषण और पंडाल के नियम की सख्ती से अमल पर जोर दिया है. आयुक्त प्रवीण आष्टीकर ने बताया कि, झोन निहाय ध्वनी प्रदूषण निवारण कक्ष और समिति मुकर्रर की है. जहां नागरिक शिकायत कर सकते है. सहायक आयुक्त के पास शहर के गणेश मंडलों की निगरानी का जिम्मा दिया गया है. मंडप या ध्वनी प्रदूषण के बारे में शिकायत करने झोन सहायक आयुक्त या उप अभियंता के पास जा सकते है. रात 10 बजे तक लाउड स्पिकर बजाने की अनुमति होगी.