अमरावती

प्रकल्पग्रस्तों का कलेक्ट्रेट पर अर्धनग्न आंदोलन

जमीन संपादित करने की मांग को लेकर किसान आक्रामक

अमरावती/दि.5- वरुड तहसील के पुसला ग्राम के किसानों ने खेत में जाने के लिए सडक निर्माण करने अन्यथा जमीन संपादित करने की मांग को लेकर आज जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में अर्धनग्न आंदोलन किया. किसानों को इस प्रकरण का हल निकालने के लिए जिलाधिकारी पवनीत कौर ने आज बैठक बुलाई थी, लेकिन किसी कारणवश यह बैठक न होने और अब तक कोई हल न निकलने से संतप्त हुए किसानों ने प्रशासन के निषेधार्थ यह आंदोलन किया. अचानक किए गए आंदोलन से प्रशासन में खलबली मच गई थी. समय पर पुलिस बंदोबस्त तैनात करना पडा.
जानकारी के मुताबिक वरुड तहसील के पुसला ग्राम के किसानों की मौजा सावंगी में खेती है. इसमें शंकर श्रीराव और वैभव खारकर नामक किसानों को खेत में जाने रास्ता नहीं है और सामने प्रकल्प रहने से यह किसान परेशान हो गए है. प्रकल्प सामने रहने से खेतों में पानी भी घुस जाता है. इस कारण इन किसानों ने खेत में जाने के लिए मार्ग का निर्माण करने अन्यथा अपनी खेती संपादित करने की मांग शासन व प्रशासन से कर रखी है. इस संबंध में राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी तथा तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा गया है. इस संबंध में सांसद बोंडे ने अधिकारियों के साथ चर्चा भी की थी. इसी विषय को लेकर आज जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक ली जानेवाली थी. इस कारण प्रकल्पग्रस्त किसान पुसला के अन्य किसानों के साथ अपने परिवार के साथ अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. लेकिन किसी कारणवश समय पर यह बैठक स्थगित कर दी गई. इस कारण संतप्त हुए इन प्रकल्पग्रस्त किसानों ने अपने सहयोगी किसानों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में अर्धनग्न आंदोलन कर शासन व प्रशासन का निषेध किया. इस आंदोलन के कारण जिला व पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई. तत्काल पुलिस बंदोबस्त बुलाना पडा. जिलाधिकारी पवनीत कौर का किसानों से कहना था कि, वह किसानोें को खेत में जाने के लिए अधिक खर्च आने से मार्ग का निर्माण नहीं कर सकते. लेकिन व भूमि संपादित करने का प्रयास करेंगे. आंदोलन में प्रकल्पग्रस्त शंकर श्रीराव, वैभव खारकर के अलावा प्रभाकर कपले, विनायक श्रीराव, योगेंद्र नारनवरे, सुनील चिमोटे, राजू बागडे, गणपतराव नारनवरे, अरुण शिरभाते, रमेश निवल आदि किसानों का समावेश था.

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