कुपोषण मुक्ति के लिए पौष्टीक आहार आपूर्ति पर दिया जाएगा जोर
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का प्रतिपादन
प्रतिनिधि/दि.१७
अमरावती– कोरोना संकट के दौर में निर्माण हुए विविध दिक्कतों का मुकाबला करते हुए सरकार की ओर से विविध सुविधा व योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. प्रभावी उपचार के लिए लैब, प्लाजमा सुविधा, कोविड केअर सेंटर स्थापित किए गए है. एक तरफ कोरोना विपदा का मुकाबला किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर मौलिक सुविधा व महत्वपूर्ण कामों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके अलावा कुपोषणमुक्ति के लिए राज्य में पौष्टीक आहार आपूर्ति को गति दी जाएगी. उक्ताशय का प्रतिपादन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने व्यक्त किया. वे कोरोना संकट के दौर में सरकार व प्रशासन के प्रयास विषय पर आयोजित वेबीनार में बोल रही थीं. इस वेबीनार में धनराज गावंडे, निवासी उपजिलाधिकारी डॉ. नितीन व्यवहारे, जिला शल्यचिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग की अधीक्षक अभियंता अरूंधती शर्मा, जिला सूचना अधिकारी हर्षवर्धन पवार, त्रिदीप वानखडे, सार्वनजिक निर्माणकार्य विभाग के अभियंता चंद्रकांत मेहेत्रे, विभावरी वैद्य, अनिल जवंजाल आदि मौजूद थे.
पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में रोजगार निर्मिती को बढावा दिया जा रहा है. जलसंधारण, इमारत निर्माण, सडक़ दुरूस्ती के अनेक कार्य अमरावती जिले में बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे है. इसीलिए शुरूआती दौर से ही अमरावती जिला मनरेगा अंतर्गत रोजगार निर्मिती के कार्य में अग्रेसर है. परप्रांतिय मजदूरों की व्यवस्था कर उनकों घर सुरिक्षत पहुंचाने का काम किया गया है. महात्मा ज्योतिराव फुले कर्जमुक्ति योजना को अमंल में लाने के कार्यों को गति दी गई है. उन्होंने कहा कि कुपोषण यह केवल दुर्गम इलाके की समस्या नहीं है, बल्कि यह समस्या अब महानगरों में भी पायी जा रही है. इसीलिए पौष्टीक आहार आपूर्ति का प्रयास किया जा रहा है. जिला शल्यचिकित्सक डॉ. निकम ने कहा कि कोरोना विपदा के दौर में दिनरात उपाययोजनाएं की जा रही है. लेकिन नागरिकों ने अपनी जिम्मेदारियों को समझकर सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय का कड़ाई से पालन करना चाहिए. संचालन व आभार प्रदर्शन वानखडे ने किया.