चांदुररेल्वे/दि.8- एक ओर जहां देश में स्वच्छता के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, शहरों की श्मशान भूमि को स्वच्छ रखे जाने की कवायद जारी है, ताकि वहां आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो. वहीं दूसरी ओर चांदुर रेल्वे की शमशान भूमि में अस्वच्छता का आलम दिखाई देता है. इस ओर स्थानिक नगर पालिका की अनदेखी के चलते यहां जगह-जगह गंदगी का तथा कचरे का साम्राज्य है.
अंतिम यात्रा में आने वाले लोगों के लिए यहां पर पेयजल की तक व्यवस्था नहीं है. कुछ वर्ष पहले इस श्मशान भूमि को चारों ओर से वॉल कंपाउंड बनाई गई थी, लेकिन इस वॉल कंपाउंड की दीवार कुछ ही समय में गिर गई, जिससे किए गए काम की अनियमितता दिखाई पड़ती है. इसी श्मशान भूमि में सागौन के कुछ पेड़ लगाए गए थे, जिसमें से तीन से चार पेड़ों की कटाई की हुई दिखाई दे रही है. श्मशानभूमि में अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पडता है. सफाई का अभाव रहने से कचरे के साम्राज्य में अंतिम विधि करना पडती है. तथा श्मशान भूमि में आते ही यहां कचरे तथा गंदगी का आलम दिखाई देता है. पीने को पानी तक यहां व्यवस्था नहीं रहने के चलते यहां आए हुए लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है. नप प्रशासन ने इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर श्मशान भूमि परिसर की सफाई करने तथा यहां पर सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है.