महावितरण हाई अलर्ट पर , मूसलाधार बारिश में ही कर्मचारी तैनात
मेलघाट में विद्युत आपूर्ति पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
अमरावती/ दि. 15- विगत दिनों चिखलदरा तहसील के पाचडोंगरी गांव में दूषित पानी की वजह से संक्रामक बीमारियां पलने की घटना उजागर हुई थी. ऐसे में हालात को नियंत्रित करने हेतु स्वास्थ्य महकमे द्बारा पांचडोंगरी, कोयलारी, चुर्णी व काटकुंभ में दिन रात काम करते हुए संक्रामक बीमारियां की चपेट में आए ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में इस परिसर में विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए मूसलाधार बारिश के दौरान महावितरण द्बारा युध्दस्तर पर काम किया जा रहा है. जिसके तहत विद्युत वितरण उपकेन्द्र में अतिरिक्त मनुष्यबल तैनात किया गया है. इस समय उपकार्यकारी अभियंता ज्ञानेश्वर अंबाडकर के नेतृत्व में एक सहायक अभियंता से 8 अतिरिक्त कर्मचारी जारीदा वितरण केन्द्र में तैनात किए गये है. इन्हें विद्युत वितरण व्यवस्था में आनेवाली तकनीकी खराबी व दिक्कत को खोजने हेतु एक वाहन भी उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा विद्युत आपूर्ति पर नियंत्रण रखने हेतु अचलपुर के कार्यकारी अभियंता संजय शिंगारे के मार्गदर्शन में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है.
बता दे कि महावितरण के जारीदा विद्युत उपकेन्द्र में शामिल 48 गांव अतिदुर्गम क्षेत्र में स्थित है. जहां पर महाराष्ट्र से विद्युत आपूर्ति करना संभव नहीं हे. ऐसे मे इन गांवो को मध्यप्रदेश की सीमा में स्थित भैसदेही 33 केवी उपकेन्द्र से 11 केवी विद्य ुत वाहिनी के जरिए जारिदा सिंचिंग स्टेशन के माध्यम से विद्युत आपूर्ति की जाती है. इन 48 गांवों को विद्युत आपूर्ति करने हेतु करीब 200 किमी लंबाईवाली विद्युत तार डाले गये है और यह विद्युत तार घने जंगलों एवं पहाडियों व गहरी खाइयों से होकर गुजरते है. जहां पर बारिश के मौसम द्बारा पेडों के गिरने या चट्टान के गिरने की वजह से किसी भी तरह दिक्कत पैदा हो सकती है. जिसे खोजना काफी मुश्किल भी होता है. लेकिन महावितरण द्बारा ऐसी तमाम दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.