अमरावतीमहाराष्ट्र

मेगा टेक्सटाइल पार्क के कारण जिले में रोजगार

विविध सुविधा उपलब्ध रहने के बावजूद स्थानिकों को उद्योजक बनाने में उदासीनता

अमरावती/दि.29– अमरावती जिले में पिछले 2 वर्षो में नांदगांवपेठ एमआईडीसी में टेक्सटाइल उद्योग से अच्छा साख जमाई है. रेमंड, सियाराम, गोल्डन फाइबर, वीएचएम जैसी बडी कंपनियों ने यहां यूनिट स्थापित किए है. इसमें मेगा टेक्सटाइल पार्क भी मिलने से स्थानिकों समेत बाहर के कामगारों को भी यहां रोजगार मिल रहा है. उच्च शिक्षितों को नौकरी का अवसर भी निर्माण हुआ है. लेकिन टेक्सटाइल के अलावा अन्य उद्योग और शासन की अनदेखी के कारण हाथ झटकने लगे हैं.

शहर के तैयार पोशाक के कारखाने और बिजीलैंड, ड्रिम्जलैंड, सिटीलैंड, तखतमल आदि मध्य भारत का सबसे बडा तैयार पोशाक के बाजारपेठ के रुप में पहचाना जाता है. युवतियां, महिलाओं समेत वर-वधु, युवक और पुरुषों के लिए यहां शानदार तैयार पोशाकों की निर्मिती हो रही है. लेकिन हर्मन फिनोकेम नामक फार्मास्यूटिकल कंपनी ने यहां से अपना उद्योग लपेट लिया है. मशीन और कर्मचारी अन्य स्थानांतरित किए जारहे हैं. बिजली, पानी, जमीन, उद्योगों को सुविधा देने वाली शासकीय योजना रहते हुए भी स्थानीय स्तर पर उद्योजक बनाने में उदासीनता दिखाई दे रही है. बाहर से उद्योग आएंगे और हम वहां रोजगार हासिल करेंगे अथवा महानगर के अन्य कंपनियों में रोजगार देखने की मानसिकता रहने से जिले के कृषि समेत अन्य उद्योग के नाम लिए जा सके, ऐसा कुछ नहीं हुआ. जिले में भारी मात्रा में संतरा, मोसंबी और नींबू आदि फलों का उत्पादन होता है. इसके बावजूद संतरा प्रक्रिया उद्योग भी केवल कागजों पर ही रहा है. शासन की उदासीनता, उद्योग क्षेत्र में पिछडे अमरावती क्षेत्र के लिए प्रभावी नीति लाने में शासन पिछले अनेक सालों से कमजोर पडा है. प्रयास करने में जनप्रतिनिधियों की उदासीनता भी उतनी ही कारणीभूत है. यहां कुशल, अकुशल मनुष्यबल है. उनकी निर्मिती के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था भी है. लेकिन उन्हें चाहिए उस मात्रा में रोजगार ही उपलब्ध नहीं होता क्योंकि उद्योग ही नहीं है. विविध कारणों से जो उद्योग यहां है वह यहां से अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो रहे है अथवा बंद पडे है. यदि यहां उन्हें रोकना हो तो इसके लिए जिला प्रशासन समेत राज्य शासन को भी सकारात्मक नीति अपनानी पडेगी.

* कुछ महत्व की बातें
सकारात्मक :
– अच्छे स्थान पर रही नांदगांवपेठ एमआईडीसी औद्योगिक वसाहत का स्थल.
– भरपूर जमीन, पानी, शिक्षित व अशिक्षित मनुष्यबल के लिए शिक्षा के साधन.
– कपास उत्पादक के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला मेगा टेक्सटाइल पार्क.
– रेमंड, सियाराम, गोल्डन फाइबर, बीएचएम जैसी बडी कंपनियों का यूनिट.
– आवाजाही के लिए सुलभ स्थल तथा रेलवे, जड वाहन आदि विविध साधन उपलब्ध.
नकारात्मक :
– अब तक सरकार की अनदेखी, औद्योगिक दृष्टि से पिछडे अमरावती जिले के विकास के लिए नीति ही नहीं.
– स्थानी स्तर पर उद्योग स्थापन करने बाबत अनास्था. उद्योग बाबत नकारात्मक मानसिकता.
– जनप्रतिनिधि जिले में नए उद्योग लाने में विफल.
– जमीन, पानी, शासकीय योजना, आवागमन की सुविधा रहने के बावजूद स्थानीय उद्योजक तैयार नहीं हुए.
– संतरा प्रक्रिया उद्योग भी केवल कागज पर ही रहा है.

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