अमरावती / दि.27– आजादी को 74 साल बीत जाने के पश्चात भी देश में बेराजगारी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है. सरकार की गलत नीतियों के चलते सुशिक्षित पढे लिखे नवजवान बेरोजगार है. देश में निरंतर गरीबी बढती जा रही है. देश में युवाओं को रोजगार के साधान निर्माण कर बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए ऐसी मांग भारतीय बेरोजगार मोर्चा व्दारा देश के महामहीम राष्ट्रपती से की गई. जिसमें इस आशय का निवेदन जिलाध्यक्ष राहुल मोहोड के नेतृत्व में जिलाधिकारी को सौंपा गया.
निवेदन में कहा गया है कि देश में बढती बेराजगारी के चलते बेरोजगार युवक अपराध की ओर बढ रहा है. रोजगार नहीं होने की वजह से मानसिक दृष्टि से युवा कमजोर हो रहा है और युवाओं में व्यसन बढ रहा है. सालों साल सरकारी भर्तियां न होने की वजह से उनकी उम्र सीमा खत्म हो रही है. सरकार की गलत नीतियों के चलते आत्महत्या का प्रमाण भी बढ रहा है. 10 वीं पास सुशिक्षित बेरोजगारों को प्रतिमाह 8 हजार रुपए, 12वीं पास सुशिक्षित बेरोजगारों को 10 हजार रुपए प्रतिमाह व ग्रेज्युवेट सुशिक्षित बेरोजगारों को 15 हजार रुपए प्रतिमाह तथा पोस्ट ग्रेज्युवेट सुशिक्षित बेरोजगारों को प्रति माह 20 हजार रुपए दिया जाए और सभी सरकार नियुक्तियां केंद्र व राज्य के लोकसेवा आयोग के नियंत्रण में की जाए ऐसी मांग निवेदन व्दारा की गई. निवेदन सौंपते समय प्रफुल्ल गवई, सचिन मोहोड अमित लांजेवार, मंगेश वडतकर, विजय भोयर, चंद्रशेखर तायडे, इजाज शेख उपस्थित थे.