अमरावती

महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए

भाजपा महिला मोर्चा की मांग

  • तहसीलदार को सौंपा निवेदन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१३ – राज्य में महाविकास आघाडी सरकार केशासन में दिनों दिन महिलाओं और युवतियों पर अत्याचार बढ रहे है. जिसमें महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया जाए ऐसी मांग तहसील भाजपा महिला मोर्चा द्वारा की गई है. महिला मोर्चा ने इस आशय का निवेदन तहसीलदार को सौंपा. निवेदन में कहा गया है कि राज्य की महाविकास आघाडी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं है. राज्य में आए दिन बलात्कार व अत्याचार की घटना घट रही है.
इतना ही नहीं कोरोना महामारी में कोरोना अस्पतालों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. पीडिता के परिवार द्वारा पुलिसस्टेशन में शिकायत करने के पश्चात भी कार्रवाई नहीं की जाती. स्थानीक पुलिस स्टेशनों में समय-समय पर कार्रवाई की मांग की गई. किंतु पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई ऐसी अनेक घटना घट चुकी है. २२ सितंबर को संपूर्ण राज्यभर के जिलों में संबंधित अधिकारियों को निवेदन देकर महिलाओं पर हुए अत्याचारों के संदर्भ में एकदिवसीय आंदोलन भी किया गया था. बावजूद इसके अब तक महिलाओं की सुरक्षा को लेकर महाविकास आघाडी सरकार गंभीर नहीं है.
राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए जाए ऐसी मांग भाजपा महिला मोर्चा द्वारा तहसीलदार से की गई. इस समय भाजपा महिला मोर्चा के महासचिव साधना मस्के, रामकली वैष्णव, योगिता गोहत्रे, शारदा ढवले, विनिता गादे, निशा राठोड, रेणुका खेडकर, उषा कडू, सरजू कछूआ, प्रगती पोटफोटे, लक्ष्मी कडू, सरोज चव्हाण, सिंधू डोईफोडे, पूजा महल्ले, स्नेहा लगंडे, प्रशांत शेगोकार, सुधीर रोहणकर, राजकुमार पावडे, सत्यजीत राठोड, निखिल भटकर, रोशन पुनिया, राजेंद्र मस्के, सुमित पवार, मंगेश महल्ले, सुधीर पावडे, सचिन इंगले, अनूप भगत उपस्थित थे.

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