* बस्तियों में भी घुसता हैं पानी
अमरावती/दि.16– शहर के अनेक बडे नालों पर अतिक्रमण कर उसका अस्तित्व समाप्त किया जा रहा हैं. शहर के लिए यह चिंताजनक बात हैं, इस कारण बारिश के दिनों में अनेक इलाकों की बस्तियों में पानी घुसता हैं. जो नाले अस्तित्व में हैं वहां पक्के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं.
बारिश के दिनों में शहर में संकट की स्थिति निर्माण न हो इसके लिए सभी नालों को हर वर्ष साफ किया जाता हैं. इसके लिए हर वर्ष लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं. इस कारण यह पैसा जाता कहां है यह प्रश्न निर्माण होता हैं. तत्कालीन मनपा आयुक्त हेमंत पवार ने 5 वर्ष पूर्व शहर के नालों के अतिक्रमण बाबत समिति गठित की थी. समिति की रिपोर्ट में नालोें का अस्तित्व समाप्त करना, नालों पर निर्माण कार्य करना और गटर लाइन को भी अतिक्रमित करना आदि कारण सामने आए थे.
शहर का मध्य भाग हो अथवा बाहरी इलाका ऐसे अनेक इलाकों के नाले अतिक्रमण से भरे हुए हैं. नाले से सटकर मकानों के पक्के निर्माण किए गए हैं तथा अनेक स्थानों पर नालों पर स्लैब डालकर अतिक्रमण हुआ दिखाई देता हैं. इस कारण अनेक स्थानों पर नाले पूरी तरह गायब दिखाई देते हैं.
* शहर के इन इलाकों के नाले गायब
शहर के प्रशांत नगर चौक से बहने वाले बडे नाले से सटकर निर्माण कार्य किया गया हैं. इसी तरह हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के पीछे निरिक्षण करने पर नाले पर भारी मात्रा में अतिक्रमण हुआ दिखाई देता हैं. इसी तरह अंबादेवी रोड पर चुनाभट्टी, गौरक्षण परिसर के नागरिकों को हर वर्ष बारिश के दिनों में परेशानी उठानी पडती हैं.
* शहर में नालों की संख्या
अतिक्रमण विभाग के मुताबिक मनपा क्षेत्र में अंबानाले सहित 18 बडे तथा 19 उपनाले हैं. शहर के छोटे नालों की संख्या 250 के करीब हैं. इसमें के बडे नालों की लंबाई 80.77 किमी. तथा उपनालों की लंबाई 53.77 किमी. हैं. हर वर्ष इन नालों की स्वच्छता के लिए लाखों रुपएा खर्च किए जाते हैं. शहर के इन नालों पर अनेक इलाकों पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण हुआ दिखाई देता हैं.
* इन अतिक्रमण पर हैं ध्यान
शहर के नालों पर अतिक्रमण, अवैध निर्माण कार्य बाबात मनपा के निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए हैं. नालों पर किया अतिक्रमण बरदाश नहीं किया जाएगा जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
– डॉ. प्रवीण आष्टीकर, मनपा