घोडेवालों के व्यवसाय पर अतिक्रमण
इवेन्ट मैनेजर, कॅटर्स, बैंड वाले ही कर रहे बुकींग
* ग्राहकों से बिचोलियों से बचने की अपील
अमरावती/दि.30– शहर के सुप्रसिद्ध पटेल घोडेवाले के संचालक पप्पुभाई ने बताया कि, इन दिनों घोडेवालों के व्यवसाय पर अतिक्रमण हो गया है. अब शहर के इवेन्ट मैनेजमेंट कंपनियां, बैंडवाले व कॅटर्स भी घोडों की बुकींग कर रहे है. जिससे यह व्यवसाय अब कमिशन का व्यवसाय बनते जा रहा है. इसका खामियाजा घोडे पालने वालों को भुगतना पडता है. इसलिए ग्राहक बिचोलियों के माध्यम से घोडों की बुकींग करने की जगह पर सीधे घोडेवालों से ही संपर्क करें, यह अपील भी पप्पुभाई घोडेवाले ने की.
पटेल घोडेवाले यह शहर का जाना पहचाना नाम है. अधिकांश विवाह समारोह व अन्य कार्यक्रमों में पटेल घोडेवाले के घोडों की बुकींग होती है. लेकिन विगत 2 वर्ष में कोरोना के कारण यह व्यवसाय पूर्ण रुप से ठप हो गया था. जिससे घोडे पालने वालों पर कर्ज बढते गया. अब जाकर स्थिति सामान्य हो रही थी, लेकिन इसमें अन्य व्यवसाय करने वालों ने अतिक्रमण कर लेने से ना नफा ना नुकसान ऐसी स्थिति में व्यवसाय करना पड रहा है. घोडे पालने वालों को घोडों की रखरखाव पर अधिक खर्च करना पडता है. प्रत्येक घोडे की खुराक पर डेली 200 रुपए का खर्च आता है. उस हिसाब से बुकींग नहीं मिलने से यह व्यवसाय मंदी की मार झेल रहा है. शादी के सीजन में ही घोडों की डिमांड रहती है. बाकी वर्ष भर इन घोडों की देखरेख करनी पडती है. वर्ष भर में केवल 4 से 5 महीने का ही व्यवसाय रहता है. इस पर भी कमिशन के धंधे का खतरा मंडराने लगा है.