अतिक्रमण, स्वच्छता, स्वास्थ्य विभाग रडार पर
सांसद डॉ. बोंडे की मनपा में मैरेथॉन बैठक, अधिकारियों को लगाई फटकार
* 8 दिनों में शहर सेे अतिक्रमण का सफाया करें
* स्वच्छता विभाग को बताया सबसे नाकारा विभाग
* स्वास्थ्य विभाग के काम पर नाराजगी व्यक्त की
* आज से ही काम पर लगों, 8 दिनों में रिझल्ट मिलना चाहिए- डॉ. बोंडे
अमरावती/दि.14 – आज सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने मनपा में पहुंचकर विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर बैठक ली. बैठक में अतिक्रमण, स्वच्छता, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कडी फटकार लगाते हुए सभी विभाग प्रमुख आज से ही काम पर लग जाये. 8 दिनों में रिझल्ट मिलना चाहिए, ऐसे कडे निर्देश डॉ. अनिल बोंडे ने जारी किये. आज दोपहर 12 बजे मनपा में पहुंचे डॉ. अनिल बोंडे ने बैठक की शुरुआत अतिक्रमण विभाग से की. शहर के प्रभात चौक, राजकमल चौक, अंबादेवी रोड, इतवारा बाजार, गांधी चौक, बापट चौक, डेपो रोड, नगर वाचनालय, चौधरी चौक इस परिसर में बडी संख्या में अतिक्रमण है, यह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आज से ही शुरु कर कार्रवाईयों में सातत्य रखने के निर्देश अतिक्रमण विभाग प्रमुख अजय बन्सेले को दिये गये. अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग से पर्याप्त बंदोबस्त प्राप्त करने, सभी सहायक आयुक्त, शाखा अभियंता, उप अभियंता की उपस्थिति में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई शुरु कर कार्रवाई का विरोध करने वालों के खिलाफ धारा 353 के तहत पुलिस में मामले दर्ज करने, सभी व्यापारी क्षेत्रों को अतिक्रमण मुक्त करने, अवैध हॉकर्स की गाडियां जब्त करने के निर्देश देते हुए अतिक्रमण विभाग किसी के भी दबाव में नहीं आते हुए अपने कार्रवाई को अंजाम दें, हमें शहर को किसी भी हाल में अतिक्रमण मुक्त करना है. यदि अतिक्रमण विभाग अपने काम में नाकाम होता है, तो विभाग प्रमुख पर कार्रवाई करने के निर्देश भी डॉ. अनिल बोंडे ने दिये. बैठक में उन्होंने मनपा के स्वच्छता विभाग को सबसे नाकारा विभाग बताते हुए स्वच्छता विभाग प्रमुख डॉ. सीमा नैताम सहित स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ. विशाल काले को भी कडी फटकार लगाई.
महानगरपालिका का स्वच्छता विभाग केवल नाम के लिए ही कार्यरत है. स्वच्छता को लेकर रोज कई शिकायतें प्राप्त हो रही है. लेकिन उन शिकायतों का निराकरण नहीं हो रहा. शहर मेें डेंग्यू व अन्य मौसमी बीमारियां तेजी से फैल रही है. इस पर भी स्वास्थ विभाग का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है. सभी विभाग प्रमुख अपनी जिम्मेदारियां एक-दूसरे पर डालने में ही व्यस्त है. जिससे शहर में समस्याओं का अंबार है, ऐसी स्थिति में शहर में यदि मौसमी बीमारियों का कहर बढा, तो उसके लिए मनपा अधिकारी ही जिम्मेदार रहेंगे. इसलिए सभी विभाग प्रमुख अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें, यदि उन पर कोई राजनीतिक दबाव बनाने का प्रयास करता है, तो राजनीतिक दबाव मेें कोई प्रतिबंधक कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए, ऐसे कडे निर्देश भी उन्होंने जारी किये. बैठक में अतिरिक्त आयुक्त हर्षल गायकवाड, उपायुक्त सुरेश पाटील, डॉ. सीमा नैताम, शहर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले, अतिक्रमण विभाग प्रमुख अजय बन्सेले, सहायक आयुक्त नरेंद्र वानखडे, योगेश पीठे, तौसिफ काजी, शहर अभियंता रविंद्र पवार, तांत्रिक सलाहगार जीवन सदार, पूर्व महापौर चेतन गावंडे, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, पूर्व स्थायी समिति सभापति सचिन रासने, सुनिल काले, मंगेश खोंडे समेत मनपा अधिकारी उपस्थित थे.
* एक भी अधिकारी नहीं देखता मनपा का फेसबुक-ट्विटर
सामान्य नागरिक मनपा के फेसबुक व ट्विटर पर अपनी समस्याएं बताते है. लेकिन एक भी अधिकारी मनपा का फेसबुक, ट्विटर नहीं देखता, इसलिए सभी अधिकारी मनपा के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आने वाली शिकायतों का निराकरण करें, संबंधित सभी विभाग नागरिकों की प्रत्येक समस्या का निराकरण करें, मानसिकता व इच्छा शक्ति को जागरुक रखकर काम करें, यह निर्देश भी उन्होंने दिये.
* स्वच्छता निरिक्षकों की जिम्मेदारी निश्चित, ठेकेदारों को शो-कॉज
अमरावती मनपा का स्वच्छता विभाग सबसे नाकारा विभाग के रुप में सामने आया है. समूचे शहर में स्वच्छता को लेकर ढेरों शिकायतें मिल रही है, इसलिए सभी स्वच्छता निरिक्षकों की जिम्मेदारी निश्चित कर काम में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को शो-कॉज जारी कर लापरवाह मनपा अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने के निर्देश डॉ. बोंडे ने स्वच्छता विभाग प्रमुख डॉ. सीमा नैताम व अतिरिक्त आयुक्त हर्षल गायकवाड को दिये है. शहर में यदि 8 दिनों के बाद स्वच्छता को लेकर शिकायत मिली, तो स्वच्छता विभाग की खैर नहीं, यह अल्टीमेटम भी उन्होंने जारी किया.
* नगर वाचनालय परिसर के हॉकर्स तुरंत हटाये
हमें किसी भी हाल में शहर को अतिक्रमण मुक्त करना है, जिसकी शुरुआत नगर वाचनालय परिसर से कर यहां के सभी हॉकर्स की दूकानें जब्त की जाए, आज रात से ही यह प्रतिबंधक कार्रवाई शुरु करें, सभी प्रमुख व्यापारी क्षेत्रों में बढ रहे अतिक्रमण पर डेली कार्रवाई का ब्यौरा रोज शाम के अखबार में प्रकाशित होना चाहिए, ऐसे निर्देश भी डॉ. बोंडे ने जारी किये है.