* जिला वकील संघ का दीपोत्सव शानदार
अमरावती/दि.10– उत्सवों से काम करने की नई उर्जा, शक्ति और प्रेरणा मिलती है. उत्सवों को सकारात्मक रुप से लेना जीवन को भी सहज सुलभ व रसमय बनाता है. इस आशय का प्रतिपादन प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश मोहन देशपांडे ने किया. वे गुरुवार शाम जिला न्यायालय परिसर में आयोजित जिला वकील संघ के दीपोत्सव में बोल रहे थे. मंच पर कार्यक्रम के अध्यक्ष एड. शिरीष जाखड, परिवार न्यायालय के जज पोंदकुले और मुख्य सरकारी अभियोक्ता एड. परीक्षित गणोरकर विराजमान थे.
न्यायाधीश पोंदकुले का भी समयोचित संबोधन हुआ. अध्यक्ष एड. जाखड ने कहा कि, भारत वर्ष कृषि प्रधान देश है. इस समय खेतों से तैयार फसल घर आती है. अत: दिवाली समृद्धि का प्रतीक है. उसी प्रकार भगवान राम दशानन का संहार कर अयोध्या लौटे थे. इसलिए अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर राजा राम का स्वागत किया था. आनंद व्यक्त किया था. उससे जोडकर भी दीपावली का पर्व देखा जाता है.
कार्यक्रम की प्रस्तावना सचिव एड. उमेश इंगले ने रखी. संचालन उपाध्यक्ष एड. नीता तिखिले ने किया. समारोह में पूरे परिसर को दीपों से जगमगा दिया गया था. कोर्ट की शानदार इमारत की सीढियों पर भी दीप जगमगा रहे थे. कार्यक्रम में एड. बालासाहब गंधे, एड. वसीम मिर्जा, एड. वासुदेव नवलानी, एड. अशोक जैन, एड. पीएस खडसे, एड. नंदकिशोर कलंत्री, एड. अनंत हिरुलकर, एड. अमर देशमुख, एड. प्रशांत यावले, एड. श्याम कपाले, एड. शोएब खान, एड. निस्ताने, एड. रसिका उईके, एड. सुदर्शन पिंपलगांवकर, एड. पीयूष डहाके, एड. कुशल करवा, एड. किरण यावले, एड. ढोणे, एड. गजानन तांबटकर, एड. मिलिंद तायडे, एड. प्रशांत देशमुख, एड. प्रशांत देशपांडे, एड. हरिश निंबालकर, एड. प्रतीक पाटिल, एड. शैलेश तिवारी, एड. राजेश गवई, एड. विश्वास काले सहित अनेकानेक वकील सहपरिवार दीपोत्सव में सहभागी हुए. न्यायाधीश वर्ग भी परिवार के साथ दीप उत्सव में उपस्थित रहा.