* हजारों विद्यार्थियों का वर्ष होगा खराब
अमरावती/दि.22- संगाबा अमरावती विश्वविद्यालय पर आज सुबह 11 बजे से अभियांत्रिकी, फार्मसी और विधि महाविद्यालयों के सैकडों छात्र-छात्राएं कैरी ऑन सुविधा की मांग लेकर अडकर धरने पर बैठ गए. विद्यार्थियों ने अमरावती मंडल से बातचीत में स्पष्ट कहा कि वाणिज्य, कला, कम्प्युटर के विद्यार्थियों की तरह उन्हें भी कैरी ऑन की सुविधा दी जाएं. उन्होंने अपना मांग का विस्तृत निवेदन उपकुलपति को दिया है. उनका कहना है कि, विद्यापीठ नाहक उनका वर्ष खराब करने पर तुली है. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के दौरान ठीक से पढाई नहीं हो सकी. इसके कारण 2 हजार से अधिक विद्यार्थियों का बैक आया है. एक छात्र ने समझाकर बतलाया कि, छह-छह माह के सेमिस्टर तीन-तीन माह में पूर्ण किए गए और उसमें भी शनिवार, रविवार को स्टॉफ मौजूद नहीं रहता था. इस वजह से विद्यार्थी पढाई ठीक से नहीं कर पाए एवं उनका बैक आया. अब विद्यापीठ अगली कक्षा में प्रवेश देने की बजाए एक वर्ष घर बैठने और बैक के विषय की पढाई करने की सलाह दे रही है, जो की गलत है. आंदोलन का नेतृत्व युवा सेना कर रही है. धरने पर बैठे विद्यार्थियों में देवांश बूब, सुजल व्यास, आमीर सिरसाठ, विजय सूर्यवंशी, अजय मघाव, अभिषेक शर्मा, पंकज राठोड, चंद्रकांत राठोड, गौरव पुंड, आयुष धाडगांवकर, चेतन उमाले, शांतनु पटोले, अभी राउत, पंकज राठोड, अविनाश मालधुरे,अंजू काले, आयुष खेडे, शीतल ढोले, प्रज्वल मुले, अभिजीत देबाई, तनमय कावले, आदित्य खारतोडे, धामणकर पाटिल, लक्ष्मीकांत धस, उमेश शिंदे आदि शामिल हैं. विद्यार्थियों ने कहा कि जब तक निर्णय नहीं होता, वे नहीं हटेंगे.