इंजिनीयरींग दूसरे फेरी के प्रवेश का परिणाम घोषित
राज्य में 1 लाख 61 हजार 572 स्थान उपलब्ध
* प्रवेश के लिए अब 1 लाख 92 हजार 398 विद्यार्थियों का पंजीयन
अमरावती/दि.30– राज्य के अभियांत्रिकी महाविद्यालय में विविध प्रकार के ुकुल 98 अभ्यासक्रम उपलब्ध है. जिसमें कम्प्युटर इंजिनीयरींग अभ्यासक्रम मे विद्यार्थियों के सबसे ज्यादा रुझान होने के कारण उसके सिवाय कम्प्युटर से संबंधित विद्या विज्ञान, कृत्रिम बुध्दिमत्ता ऐसे अभ्यासक्रम को प्राथमिकता दे रहे है. . राज्य समाइक प्रवेश परीक्षा कक्ष की ओर से (सीईटी सेल) अभियांत्रिकी अभ्साक्रम के प्रथम वर्ष की केंद्रीभूत प्रवेश प्रक्रिया चलाई जा रही है. इंजिनीयरींग अभ्सासक्रम के प्रवेश के लिए दूसरी फेरी में 1 लाख 42 हजार 544 विद्यार्थियों को स्थान वितरण किए गए. जिसमें से 19 हजार 28 विद्यार्थी अभी भी प्रवेश के लिए कॉलेज मिलने की प्रतिक्षा में है. ऐसे राज्य सामाईक प्रवेश परीक्षा कक्ष की ओर से (सीईटी) दिए गए आकडेवारी से स्पष्ट हुआ है.
इस फेरी में कॉलेज में जगह वितरण
राज्य में इस बार इंजिनीयरींग के लिए 1 लाख 61 हजार 572 स्थान उपलब्ध है. जिसके अनुसार इस अभ्यासक्रम के प्रवेश के लिए इस बार 1 लाख 92 हजार 398 विद्यार्थियों का पंजीयन किया है. जिसमें से पहली फेरी में 1,76,111 विद्यार्थियों ने कैप फेरी के लिए आवेदन भरकर कॉलेज की पसंदी क्रमांक दर्ज की. पहली फेरी में 1 लाख 26 हजार 458 विद्यार्थियों को कॉलेज का वितरण किया हैं. जिसमें से 28 हजार 709 विद्यार्थियों ने प्रवेश निश्चित किया हैं. इस दौरान इन जगहों पर प्रवेश के लिए सीईटी सेल व्दारा 20 से 22 अगस्त के दौरान दूसरी कैप फेरी ली. इस फेरी में कॉलेज में जगह का वितरण सीईटी सेल व्दारा सोमवार को जाहीर किया.
इन 19 हजार विद्यार्थियों की अडचन क्या?
इन फेरी के लिए लगभग 1 लाख 65 हजार विद्यार्थियों ने कैप फेरी के लिए आवेदन भरकर पसंदी क्रमांक दिया था. जिसमें से 1 लाख 42 हजार 544 विद्यार्थियों को स्थानों का वितरण किया गया तथा 19 हजार 28 विद्यार्थियों को कोई भी कॉलेज नहीं मिल पाया. ऐसी जानकारी अधिकारियों ने दी. इस बार 3 लाख 79 हजार 800 विद्यार्थियों को इंजिनीयरींग प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण रहने से पीसीएम गु्रप की सीईटी परीक्षा दी थी तथा पिछले वर्ष इंजिनीयरींग के लिए 1 लाख 59 हजार 317 स्थान उपलब्ध थे. जिसमें से पिछले वर्ष 1 लाख 17 हजार 938 विद्यार्थियों ने इंजिनीयरिंग में प्रवेश लिया है तथा 41 हजार 379 जगह रिक्त रहे थे. इंजिनीयरिंग के कैप के फेरी के लिए विगत वर्ष की अपेक्षा अधिक विद्यार्थियों ने पंजीयन किया है. उसमें से इस बार जगह भरे जाएगे. ऐसी आशा व्यक्त हो रही है.