* एक साल में बढी 30 हजार
अमरावती /दि. 15- उच्च शिक्षा के लिए राज्य के युवाओं ने अभियांत्रिकी शाखा की ओर रुझान बताया है. गत 7 वर्षो में अभियांत्रिकी में एडमिशन लेनेवाले विद्यार्थियों की संख्या दोगुनी हो गई है. इस वर्ष प्रदेश के इंजी. महाविद्यालयों की संख्या को देखते हुए 31 हजार सीटें खाली रही. जबकि 2019-20 में यह संख्या 72 हजार से अधिक थी.
* 1.80 लाख सीटें
प्रदेश में अभियांत्रिकी महाविद्यालयों की भरमार है. जहां 180170 सीटें है. इस बार 149078 छात्र-छात्राओं ने अभियांत्रिकी विषय चुनकर उसके अंतर्गत विविध शाखाओं में दाखिला लिया है. जिससे 31092 सीटें खाली रह गई. पिछले कुछ वर्षो का अध्ययन करने पर स्पष्ट होता है कि, दिनोंदिन पुन: इंजी. पाठ्यक्रम की ओर विद्यार्थियों का रुझान है. गत तीन वर्षों में अभियांत्रिकी प्रवेश की संख्या सतत एक लाख से अधिक रही है.
* लगातार बढ रही एडमिशन
जानकारों ने बताया कि, 2018-19 में प्रदेश में 1 लाख 30 हजार से अधिक सीटें उपलब्ध थी. उनमें से 56 हजार सीटें रिक्त रह गई थी. कहा जा रहा था कि, विद्यार्थियों ने अभियांत्रिकी क्षेत्र से मुंह मोड लिया है. ऐसे में गत तीन वर्षों में लगातार 1 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने अभियांत्रिकी में प्रवेश लिया. जिससे पुन: कहा जाने लगा कि, विद्यार्थी अब रुची ले रहे हैं. एक जानकार ने बताया कि, अभियांत्रिकी के पाठ्यक्रम बढ गए हैं. आईटी और एआई के नए कोर्सेस आने से विद्यार्थियों की इसमें रुची जागना सहज व स्वाभाविक है.
* गत 7 वर्षों के आंकडे
वर्ष सीटें प्रवेश रिक्त
2024-25 1,80,170 1,49,078 31,092
2023-24 1,59,317 1,17,938 41,379
2022-23 1,43,413 1,08,629 34,784
2021-22 1,39,484 88,376 51,108
2020-21 1,40,132 76,452 63,680
2019-20 1,44,009 71,350 72,659
2018-19 1,30,356 73,950 56,050