अमरावती

पूरा जिला आ रहा डेंग्यू की चपेट में

अलग-अलग इलाकों से पाये जा रहे डेंग्यू संक्रमित मरीज

  • तीन लोगों की संक्रमण के चलते जा चुकी है जान

  • सैंकडों संक्रमण की चपेट में

अमरावती/दि.2 – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में डेंग्यू संक्रमण के अनेकों मामले सामने आ रहे है तथा अब तक कुल 3 लोगों की डेंग्यू संक्रमण के चलते मौत भी हो गई है. इसके अलावा समूचे जिले में 100 से अधिक लोग डेंग्यू संक्रमण की चपेट में है. जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. साथ ही साथ सैंकडों संदेहितों के रक्तजल सैम्पल जांच के लिए भिजवाये गये है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की लहर का असर कुछ कम होने के बाद अब डेंग्यू संक्रमण की लहर ने चिंता पैदा कर दी है. साथ ही साथ चिकन गुनिया व मलेरिया जैसी बीमारियां भी पांव फैला रही है.
उल्लेखनीय है कि, बारिश का मौसम शुरू होते ही वर्षाजनिक बीमारियां पांव फैलाना शुरू करती है और इस दौरान मच्छरों की वजह से फैलनेवाली बीमारियों का जमकर प्रादुर्भाव होता है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन एवं स्वच्छता विभाग द्वारा बारिश पूर्व कामोें को पूरा करना अपेक्षित होता है. किंतु इन दिनों हर ओर कचरे व गंदगी की समस्या व्याप्त है तथा साफ-सफाई की व्यवस्थाण का नितांत अभाव है. ऐसे में बारिश के पानी और कचरे के ढेर का संयोग होकर बडे पैमाने पर मच्छरों की पैदावार हो रही है. जिनकी वजह से संक्रामक महामारियां फैल रही है और लोगबाग इन बीमारियों की चपेट में आ रहे है.
विगत एक माह के दौरान अमरावती जिले में अकेले डेंग्यू के ही करीब 400 से 500 संक्रमित मरीज पाये जा चुके है. जिनमें से लगभग 100 मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटीव आ चुकी है. साथ ही गुरूकूंज मोझरी निवासी महिला चिकित्सक व 16 वर्षीय बच्चे के साथ-साथ अमरावती निवासी 22 वर्षीय युवती की इस संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है. ऐसे में स्थिति को काफी चिंताजनक कहा जा सकता है.

तिवसा नगर पंचायत के काम पर पालकमंत्री ने जतायी नाराजगी

इन दिनों तिवसा शहर में साफ-सफाई के कामों को लेकर कोई नियमितता नहीं है और डेंग्यू को लेकर लगातार शिकायतें बढ रही है. जिस पर अपनी तीव्र नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षेत्र की विधायक तथा जिले की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने तिवसा नगर पंचायत को खडे बोल सुनाये है. साथ ही कहा है कि, स्वच्छता व स्वास्थ्य संबंधी मसलों की अनदेखी करते हुए आम नागरिकों के जीवन से खिलवाड करना कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी.

गुरूकूंज में 16 वर्षीय बच्चे की डेंग्यू से मौत

कुछ दिनों पूर्व गुरूकूंज मोझरी स्थित श्री गुरूदेव आयुर्वेदिक अस्पताल की प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. माधुरी भोयर की डेंग्यू संक्रमण की वजह से मौत हुई थी. यह मामला अभी ताजा ही था कि गुरूकूंज स्थित लिटील स्टार इंग्लिश स्कूल के संचालक हसन खान पठाण के 16 वर्षीय बेटे इब्राहीम पठाण की डेंग्यू संक्रमण के चलते नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. 16 वर्षीय इब्राहीम पढाई-लिखाई में काफी होशियार था और हाल ही में उसने कक्षा 10 वीं के परिणाम में 93 फीसद अंक हासिल किये थे. इसके अलावा पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने हेतु इब्राहीम ने 20 हजार पेड लगाने का भी संकल्प किया था. जिसमें से उसने करीब डेढ से दो हजार पेड भी लगाये थे. लेकिन अपना संकल्प पूरा करने से पहले ही इब्राहीम डेंग्यू संक्रमण का शिकार हो गया.

बडनेरा में पाये गये डेंग्यू के 4 मरीज

विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में डेंग्यू की बीमारी पांव पसार रही है और अब तक एक 22 वर्षीय युवती की इस बीमारी की वजह से मौत भी हो चुकी है. वहीं अब अमरावती मनपा अंतर्गत आनेवाले बडनेरा उपनगर में डेंग्यू के 4 संक्रमित मरीज पाये गये है. ध्यान दिला दें कि, मंडल न्यूज द्वारा विगत करीब 11 दिनों से अमरावती मनपा के विभिन्न इलाकों में व्याप्त कचरे व गंदगी की समस्या के साथ-साथ साफ-सफाई की अव्यवस्था तथा डेंग्यू व चिकन गुनिया जैसी बीमारियों के प्रादुर्भाव को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है. किंतु बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही और हालात में कोई विशेष सुधार नहीं हुए है. अलबत्ता प्रशासन द्वारा कुछ लीपापोती करने का प्रयास जरूर किया जा रहा है.

धामणगांव तहसील में 40 से अधिक गांव डेंगू की चपेट में

निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़
इन दिनों धामणगांव रेलवे तहसील में 40 से अधिक गांव बीते पखवाडे से डेंगू की चपेट में है. डेंगू से पीड़ित मरीजों से निजी अस्पताल भी हाऊसफुल हो चुके है. लेकिन ग्रामपंचायत प्रशासन के पास निधि नहीं होने से कीटनाशक दवा का छिड़काव करने की दिक्कतें भी आन पड़ी है. कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होते जा रहा है. वहीं अब ग्रामीण इलाकों में दो से 17 वर्ष आयू समूह के बच्चों को डेंगू बीमारी ने जकडना शुरू किया है. शहर सहित ग्रामीण इलाकों के मरीज भी निजी अस्पताल में उपचार के लिए आने से अस्पताल फुल हो चुके है.
बॉक्स, फोटो मिलींद बांबल
… तो स्वच्छता अधिकारी के कक्ष में फेकेंगे कचरा

पूर्व पार्षद मिलींद बांबल ने दी चेतावनी

गौरक्षण प्रभाग के पूर्व पार्षद मिलींद बांबल ने कचरे व गंदगी की समस्या को बेहद गंभीरता से लेते हुए चेतावनी दी है कि, यदि पांच दिनों के भीतर अमरावती शहर में साफ-सफाई सही ढंग से नहीं हुई और नालों से कचरा नहीं निकाला गया, तो अलग-अलग इलाकोें का कचरा उठाकर मनपा के स्वच्छता अधिकारी के कक्ष में लाकर फेंका जायेगा.

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