उद्यमी मोहनलाल अग्रवाल साबुनवाले का निधन
अग्रवाल समाज ने खोया कर्तव्यनिष्ठ, धर्मपरायण व्यक्तित्व
अमरावती/ दि. 13- हरियाणा के रेवाडी से कोई 6 दशक पहले अमरावती आकर यहां साबुन और ऑइल मिल का कारोबार खडा कर कर्तव्यनिष्ठ उद्यमी के रूप में प्रसिध्द मोहनलाल मुरारीलाल अग्रवाल (78) का आज स्वर्गवास हो गया. उन्हें समस्त अमरावती साबुनवाले मोहन सेठ के नाम से जानती थी. उसी प्रकार अग्रवाल समाज में मिलनसार, कर्तव्यनिष्ठ और धर्मपरायण व्यक्तित्व माना जाता था. वे अपने पीछे पुत्र राजेश, भतीजे विजय और दीपक सहित भरापूरा परिवार छोड गये हैं. उनके निधन से अग्रवाल समाज और राजस्थानी समाज की बडी क्षति हुई है. उनका अंतिम संस्कार गुरूवार शाम 5 बजे हिन्दू मोक्षधाम में किया गया. बडी संख्या में समाजबंधु और अंबानगरी के प्रतिष्ठित उद्यमी एवं गणमान्य अंतिम यात्रा में सहभागी हुए.
* अमरावती में जमाया सिक्का
अग्रवाल परिवार के करीबियों ने बताया कि मोहनलाल अग्रवाल 1960 में रेवाडी हरियाणा से अमरावती आए थे. उन्होंने ऑइल मिल और साबुन बनाने का उद्यम शुरू किया. पहले वे मोरबाग में रहते थे. उनकी शारदा इंडस्ट्रीज एमआयडीसी में स्थित है. जिसका संचालन राजेश उर्फ गब्बर अग्रवाल करते हैं. अग्रवाल परिवार शिलांगण रोड अस्मिता विद्या मंदिर के पास रहता है. मोहन सेठ साबुन वाले के नाम से जाने जाते थे. उन्होंने उद्यम क्षेत्र में लगन और परिश्रम के बूते सफलता पायी. आज उनका बनाया साबुन अन्य राज्यों में भी भेजा जाता है.
* समाज के मिलनसार व्यक्तित्व
घर, कारोबार में सफलता अर्जित करने पर भी सभी को साथ लेकर चलने की मोहनलाल अग्रवाल की मिलनसारिता की सभी सराहना करते. समाज में प्रत्येक छोटे- बडे के सभी प्रकार के प्रसंगों में जाकर खडे रहने की उनका अंदाज भी सभी को भाता और लुभाता. मोहन अग्रवाल मृदुभाषी थे. सदैव हसते हंसाते रहते. अपने काम के साथ साथ स्वभाव का भी उन्होंने सिक्का जमाया था. उनके देवलोक गमन पर अंबानगरी के कई गणमान्य ने दु:ख व्यक्त किया है.