अमरावती

खुदरा व थोक व्यापारियों को मिलेगा उद्योजकता का दर्जा

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की पहल

  • अमरावती चेम्बर ऑफ कॉमर्स एडं इंडस्ट्रिज ने की थी मांग

अमरावती/दि.4 – कोरोना महामारी के चलते देशभर के व्यापारियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था. लॉकडाउन के चलते खुदरा व थोक व्यापारियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है. उपभोक्ता और उत्पादक की मुख्य कडी व्यापार होता है. किंतु सबसे अधिक असुरक्षित आज व्यापारी ही है. व्यापारी हमेशा से ही उपेक्षित रहा है व्यापारियों को भी उद्योजकों की तहर राहत मिले ऐसी मांग अमरावती चेम्बर ऑफ कामर्स इंडस्ट्रिज ने केंद्र सरकार से की थी.
पिछले दिनों केंद्रीय लघु, सुष्म उद्योग मंत्री नितिन गडकरी नितिन गडकरी के साथ वेब मिटिंग में अमरावती चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रिज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने व्यापारियों के लिए केंद्र सरकार से विशेष पैकेज घोषित किए जाने की मांग की थी. जिसमें केंद्रीय मंत्री गडकरी ने अपनी सजगता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए चेम्बर ऑॅफ कामर्स व्दारा की गई मांग को गंभीरता से लिया और उद्योजकों की तर्ज पर खुदरा एवं थोक व्यापारियों को उद्योजकों की श्रेणी में लाने का निर्णय लिया. जिससे समुचे देश के व्यापार जगत को बडी राहत मिली है.

वाणिज्य मंत्री गोयल का भी योगदान

केंद्रीय सडक, परिवहन, राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी के इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने सहयोग प्रदान किया. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतीया, महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष इस मांग का पुरजोर तरीके से रखने में अहम भूमिका निभाई है. अमरावती चेंबर ऑफ कामर्स एंव इंडस्ट्री के अध्यक्ष तथा कैट के विभागीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद कलंत्री, कैट के संगठक मंत्री शाम शर्मा, चेंबर के सचिव सुरेंद्र देशमुख, सह सचिव मनीष करवा, उपाध्यक्ष मनोज खंडेलवचाल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्षा जया हरवानी, सचिव सीए स्नेहल झंवर, युथ विंग अध्यक्ष राजेश मित्तल, सचिव गौरव लुनावत ने केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया है.

आर्थिक आधार की उम्मीद

केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय के इस निर्णय से समूचे भारत के 115 लाख करोड के कारोबारी करीब ढाई करोड व्यापारियों को जो 40 करोड जनता को रोजगार के अवसर प्रदान करता है इसका लाभ मिलेगा. यह महत्वपूर्ण निर्णय लागू कराने में केंद्रीय वाणिज्यमंत्री पीयूष गायेल का भी अहम योगदान रहा है. अब खुदरा और थोक व्यापारी भी एमएसएमई के तहत अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे और जो लाभ उद्योजको को मिल रहे है उन सभी से अब व्यापारी भी लाभान्वित होंगे. व्यापारियों को अब आर्थिक आधार मिलने की उम्मीद बनी है.

Related Articles

Back to top button