गैरहिंदुओं का गरबा पंडालों में प्रवेश को पूरी तरह हो प्रतिबंधित
विहिंप व बजरंग दल ने पत्रवार्ता में उठाई मांग
* आधार कार्ड के जरिए गरबा पंडाल में प्रवेश दिए जाने की जरुरत बताई
अमरावती/दि.13 – शहर में आगामी 15 अक्तूबर से 9 दिवसीय नवरात्रौत्सव का प्रारंभ होने जा रहा है. इस दौरान कई स्थानों पर देवी-दुर्गा की आराधना हेतु गरबा उत्सव का आयोजन किया जाता है. परंतु कई बार हिंदू धार्मिक रीतिरिवाजों में किसी तरह की आस्था नहीं रखने वाले तथा कुछ असामाजिक तत्व गरबा पंडाल में प्रवेश कर लेते है. जिसकी वजह से कई बार कुछ अप्रिय स्थिति भी बन जाती है. ऐसी बातों को टालने के लिए बेहद जरुरी है कि, गरबा पंडालों में हिंदुओं के अलावा अन्य सभी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाए. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को आधार कार्ड देखकर ही गरबा पंडाल में प्रवेश देने की व्यवस्था उपलब्ध हो. इस आशय की मांग विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्बारा आज यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में की गई.
इस पत्रवार्ता मेें विशेष तौर पर उल्लेखित किया गया कि, शहर में कई ऐसे स्थान है जहां पर देवी स्थापना नहीं होती, बल्कि केवल व्यवसायिक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए गरबा का आयोजन किया जाता है. ऐसे आयोजकों को प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्बारा स्पष्ट तौर पर सूचित किया जाए कि, बॉलिवूड के अश्लील गीतों की बजाय पारंपारिक गरबा गीतों पर ही गरबा का आयोजन होना चाहिए. साथ ही ड्रेस कोड, कलर थीम व कपल ड्रान्स जैसी स्पर्धाओं के नाम पर किसी भी तरह की अश्लीलता न हो, क्योंकि गरबा यह हिंदु आस्था का विषय है. जिसे केवल मनोरंजन के तौर पर नहीं लिया जा सकता. अत: गरबा संबंधित नियमों का भी कडाई से पालन होना चाहिए. इसके अलावा नवरात्रौत्सव के दौरान शहर में रहने वाली भीडभाड एवं रात तक चलने वाले गरबा उत्सवों को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने रात 10 से 1 बजे तक महिलाओं व युवतियों को सुरक्षा हेतु विशेष प्रबंध रखने चाहिए और सभी व्यावसायिक गरबा पंडालों व उनके पार्किंग स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए. इन सबके साथ ही राजकमल चौक से अंबा मंदिर के बीच चलने वाली अंबादेवी की यात्रा में भी गैर हिंदुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. इस पत्रकार परिषद में विहिंप के विभाग मंत्री बंटी पारवानी, महानगर अध्यक्ष दिनेश सिंह प्रांत के विशेष सहसंपर्क प्रमुख विजय शर्मा भाजयुमो के प्रदेश संगठन मंत्री बादल कुलकर्णी सहित सुधीर नवलकर, निशाद जोध, कौशिक अग्रवाल व त्रिदेव डेंडवाल प्रमुख रुप से उपस्थित थे.