‘ईओडब्ल्यू’ ने मांगी ‘भूमि अभिलेख’ की जानकारी
बोगस पीआर कार्ड का मास्टरमाईंड पुलिस की रडार पर
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मूल मालिक समेत अब तक 6 लोगों के बयान हुए दर्ज
अमरावती/दि.23 – उपअधिक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में शहर के उच्च गृह इलाके कैम्प परिसर के 7 हजार 98 वर्ग फीट में करोडों रुपयों के भूखंडों को लेकर बोगस पीआर कार्ड तैयार कर बिक्री की गई. इस मामले में 8 जून को 2 कनिष्ठ लिपिक पर अपराध दर्ज हुआ. आर्थिक अपराध शाखा अब जांच कर रही है. इस घोटाले का मास्टरमाईंड फिलहाल पुलिस की रडार पर है. इस मामले में जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने पीआर कार्ड संबंधित भूमि अभिलेख कार्यालय से जानकारी मांगी. जिसमें यह पीआर कार्ड कौनसे दिन और कहा तैयार हुए, इस बाबत विस्तृत जानकारी मांगी है.
मूल मालिक को अंधेरे में रखकर परभारे ही करोडों रुपयों के भूखंड के पीआर कार्ड बनाकर उस भूखंड की परभारे बिक्री की गई. इस मामले की जांच में अपराध दर्ज हुए, भूमि अभिलेख के दो लिपिकों का कितना सहभाग हेै, उनके अलावा और कौन सहभागी है, इसके साथ ही अन्य जानकारी पुलिस ने ली है. इस रैकेट में सहभागी रहने वालों के साथ ही मास्टरमाईंड आर्थिक अपराध शाखा की रडार पर आया हुआ है. फर्जी पीआर कार्ड के आधार पर इस रैकेट में मूल मालिक के साथ धोखाधडी की. उसी आधार पर भूखंड की बिक्री कर लेने वालों को भी कुछ प्रमाण में आर्थिक रुप से ठगा है. इस बीच इस मामले में पुलिस फर्जी पीआर कार्ड व्दारा भूखंड बेचने वालों समेत इस रैकेट में सहभागी रहने वालों पर आने वाले समय में कार्रवाई करेगी. साथ ही ‘इओडब्ल्यू’ ने मंगलवार को भूखंड के मूल मालिक महिला का बयान दर्ज किया है. उसके अलावा अब तक 6 लोगों के बयान दर्ज किये गए हैं. इस मामले में दो लिपिकों पर अपराध दर्ज किया गया था. इनके पीछे एक निजी व्यक्ति इस पूरे रैकेट का मास्टरमाईंड है. उसने 4 से 5 लोगों को प्लॉन बनाकर दिया है. अब इसमें भूमि अभिलेख के कितने लोग सहभागी है, इसकी तलाश पुलिस कर रही है.