बहुजनाय वन अधिकारी- कर्मचारी संगठन की स्थापना
प्रदेशाध्यक्ष गांजरे ने की घोषणा
* अन्याय के विरूध्द और अधिकार के लिए संघर्ष
अमरावती/ दि. 14 – वन विभाग में कुछ अधिकारी अपने अधीनस्थों पर कथित रूप से ज्यादती कर रहे हैं. ऐसे अधिकारियों के विरूध्द संघर्ष और अधिकारों के लिए लडाई करने हेतु बहुजनाय वनविभाग अधिकारी व कर्मचारी संगठन के स्थापना की घोषणा प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र गांजरे ने आज दोपहर आयोजित प्रेस वार्ता में की. उन्होंने बताया कि संगठन से डेढ सौ से अधिक अधिकारी, कर्मचारी जुड गये हैं. मराठी पत्रकार भवन में हुई प्रेस वार्ता में प्रदेश महासचिव राजेश खडसे, प्रवीण गाढवे, नीता तिवारी, जया बद्रे, नितिन काले आदि भी उपस्थित थे.
* संगठन देगा सुरक्षा की गारंटी
राजेंद्र गांजरे ने बताया कि संगठन सभी सभासदों को सुरक्षा की गारंटी देगा. संगठन अधिकारी और कर्मचारियों के हित में बना हैं. एक ओर उनके शोषण से बचाव तथा दूसरी ओर उनके हक के लिए संघर्ष हेतु हर समय तैयार है. किसी भी शासकीय सेवक के विरूध्द अन्याय की शिकायत मिलते ही बहुजनाय संगठन उसके साथ मजबूती से खडा रहने की गारंटी देता है. प्रशासन द्बारा स्थानांतरण अधिनियम में समय- समय पर जारी आदेश और समुपदेशन का भली प्रकार अनुपालन करने संगठन प्रयत्न करेगा. वक्त जरूरत संगठन के लोगों द्बारा प्रशासन और शासन के दरबार में आवाज उठाई जायेगी. उल्लेखनीय है कि आज ही संगठन का मुख्य एजेण्डा तय हुआ. बैठक में प्रदीप बावने, सतीश इंगले और अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.
* ऐसी है कार्यकारिणी
प्रदेशाध्यक्ष प्रवीण गाढवे, प्रदेश महासचिव राजेश खडसे, प्रदेशाध्यक्ष वन विभाग राजेंद्र गांजरे, कार्याध्यक्ष नितिन काले, उपाध्यक्ष गणेश सावले, जगदीश बलोदे, मनीष जिजोतकर, कार्यकारिणी सदस्य दीपक पाडालकर, विशाल इंगले, प्रशांत गाढवे तथा पीआरओ संजय दुर्गे.