अमरावतीमहाराष्ट्र

जिले के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उष्माघात कक्ष की स्थापना

अमरावती /दि. 16– जिले में बढती उमस और ऐसे में संभावित उष्माघात के खतरे को देखते हुए जिले की स्वास्थ्य यंत्रणा सतर्क हो गई है. सावधानी के तौर पर जिला परिषद स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उष्माघात कक्ष के रुप में स्थापित किए है. इस वातानुकुलित कक्ष में पानी, प्राथमिक कीट, ठंडक निर्माण करनेवाली व्यवस्था का इसमें समावेश है.
केंद्र सरकार ने इस बाबत मार्गदर्शक सूचना दी है. इसमें प्रत्येक तहसील और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को इस मार्गदर्शक सूचना के मुताबिक अपना उष्णता कृति प्रारुप तैयार करने की सूचना दी गई है. साथ ही उष्माघात से होनेवाली मृत्यु का डेथ ऑडीट जिलास्तरीय डेथ ऑडीट कमिटी के जरिए नियमित करना पडेगा. किसी भी मृत्यु का डेथ ऑडीट एक सप्ताह के भीतर करने की सूचना भी दी गई है. इसके मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उष्माघात कक्ष कार्यान्वित किया है. धूप के समय घर के बाहर निकलना टाले, धूप में मेहनत के काम न करें, पार्क किए वाहन में छोटे बच्चों को न रखने, गहरे रंग के और टाईट कपडों का इस्तेमाल न करने, धूप के समय खाना न बनाने, रसोई घर की खिडकियां खुली रखने, शराब, चाय, कॉफी, कोल्ड्रींक्स न लेने, काफी देर से बना हुआ और बांसी अनाज न खाने की सूचना स्वास्थ्य विभाग ने दी है.

* पीएचसी के एमओ को निर्देश
वर्तमान में बढती उमस और ऐसे में संभावित उष्माघात को खतरे को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य केंद्र में उष्माघात कक्ष स्थापित किया है. इस बाबत आवश्यक उपाययोजना करने के निर्देश सभी टीम एमओ के जरिए पीएचसी के एमओ को दिए है.
– डॉ. सुरेश असोल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी

* हीट वेव यानी क्या?
हीट वेव अथवा उष्णता की लहर यह साईलेंट आपदा है. सर्वसाधारण रुप से किसी प्रदेश में लगातार तीन दिन हमेशा से अधिकतम तापमान से वातावरण का तापमान तीन डिग्री सेल्सिअस अधिक रहेगा तब इसे उष्णता की लहर कहा जाता है अथवा लगातार दो दिन किसी क्षेत्र में 45 डिग्री सेल्सिअस के अधिक तापमान रहा तो उस क्षेत्र में उष्णता की लहर है, ऐसा समझना चाहिए.

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