मुंबई – /दि.14 प्रदेश में सत्तांतर पश्चात बगावती विधायकों को दी गई ‘वाय’ श्रेणी की सुरक्षा कायम है. सुरक्षा का यह खर्च सरकारी तिजोरी से किया जा रहा है. पुलिस महकमा भी टेंंशन में रहता है. जिससे करोडों के खर्च पर सवाल उठाये जा रहे हैं. ऐसे ही विरोधियों ने सुरक्षा हटा लेने की मांग की है.
1116 कर्मचारी व्यस्त
शिवसेना से अलग शिंदे गुट में शामिल सभी 40 विधायकों को ‘वाय’ श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है. प्रदेश में सत्तांतर हुए 100 दिन बीत गये. इस दौरान सुरक्षा पर 17 करोड 93 लाख रुपए खर्च हुए. अभी भी 31 विधायकों को वाय प्लस दर्जे की सुरक्षा कायम है. 1116 पुलिस कर्मचारी इन विधायकों की सुरक्षा में तैनात है. उत्सवों के समय में तथा प्रदेश में 20 हजार पद रिक्त रहने पर भी पुलिस का बोझ बढा है.