अमरावती

रायल्टी रहने के बाद भी रेती ट्रक चालकों को बेरहमी से पीटा

वरुड थानेदार के खिलाफ पालकमंत्री व पुलिस महानिरीक्षक से शिकायत

  • आरोप : पद का दुरुपयोग किया, ट्रक मालकों पर बेवजह अपराध दर्ज

  • अदालत में लगाएंगे न्याय की गुहार

अमरावती प्रतिनिधि/दि. ५ – मध्यप्रदेश से नियमानुसार रायल्टी लेकर रेती लायी जा रही थी, इसके बाद भी वरुड पुलिस थाने में नए पदासिन हुए थानेदार श्रेनिक लोढा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बेवजह ३७ ट्रक पकडे, बेरहमी से ट्रक चालकों को पीटा, इतना ही नहीं तो कार्रवाई का कोई कारण न होने पर भी ट्रक मालिकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है, ऐसी शिकायत करते हुए रेती ट्रक मालिकों ने पालकमंत्री व पुलिस महानिरीक्षक को ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दी और न्याय पाने के लिए अदालत की शरण में जाने की बात भी इस समय कही. सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार उन्होंने सभी नियमों का पालन व शर्त पूरी करते हुए रेती ढुलाई का व्यवसाय पिछले कई वर्षों से कर रहे है. कल उनके ३७ ट्रक के माध्यम से मध्यप्रदेश से रायल्टी लेकर रेती ला रहे थे. सुबह ६ बजे उन्होंने अपने ट्रक मध्यप्रदेश की सीमा पर बनगांव में खडे किये. इस समय वरुड के पुलिस निरीक्षक श्रेनिक लोढा अपने पुलिस बल के साथ वहां आये, उन्होंने गैर तरीके से उनके ट्रक वरुड पुलिस थाने में लेकर चलने को कहा. ट्रक चालकों से दस्तावेज पूछे, जिसके आधार पर ट्रक चालकों ने हर ट्रक की रायल्टी व दस्तावेज दिखाएं, सभी दस्तावेज उचित होने के बाद भी ट्रक चालकों को कुछ न सुनते हुए गालियां देना शुरु किया और बेदम पीटा तब खबर लगते ही गाडी के मालिक वहां पहुंचे और थानेदार लोढा से पूछताछ की कि हमारे सभी दस्तावेज उचित है फिर किस तरह की कार्रवाई और यह महाराष्ट्र की हद नहीं बल्कि मध्यप्रदेश है, ऐसा वाहन मालकों ने बताया. इसके बाद गौरव धोटे, संदेश घोरमाडे, तौफिक, जहिर और कैसर को लातघुसों से बेदम पीटा. उनके मोबाइल भी छीन लिये, इतना ही नहीं तो गाडी मालिकों की कार भी बरामद कर ली.

ट्रक मालिकों की कुछ न सुनते हुए वरुड के तहसील कार्यालय में ट्रक जमा कर तुम्हारे खिलाफ दफा ३५३ के तहत अपराध दर्ज करता हुं, मैं आईपीएस आफिसर हूं, मैं किसी भी राज्य में जाकर कार्रवाई कर सकता हूंं, ऐसी ट्रक मालिकों को धमकी दी. सभी दस्तावेज देने के बाद भी मध्यप्रदेश के बनगांव में जाकर कार्रवाई करते हुए थानेदार ने झूठे अपराध में फंसाने की धमकी दी. इस कार्रवाई से सभी ट्रक मालिकों का मानसिक व शारीरिक संतुलन बिगड गया है. थानेदार ने अपने पद का दुरुपयोग कर पुलिस को लाठीचार्ज करने लगाया. ट्रक मालिक नईम शेख वर्धा नदी के पुल से ३० फीट निचे पानी में गिरे, नदी में पानी होने के कारण उनकी जान बच गई. इस बात को गंभीरता से लेते हुए थानेदार लोढा के खिलाफ कानून कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग भी ज्ञापन के माध्यम से की गई.

इस समय उमेश कांडलकर, शेख नहजिम शेख हनीफ, किशोर बेलसरे, शेख अल्ताफ, जगदीश नागले, सै.जफर, साहेब एजाज अहमद, संदेश घोरमाडे, उपेंद्र बीटकर, सदाम चौधरी, कपील चोपडे, हर्षल इंगोले, मनीष फंदे, किशोर बेलसरे, शैलेंद्र जैन, कैसर खान, निलेश सुरलकर, हर्षल इंगोले समेत अन्य रेती ट्रक मालक उपस्थित थे.

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