मंजूरी देने के बाद भी संस्था की ओर से यूरिया की बिक्री नहीं
ज्यादा दाम पर यूरिया बेचने वालों पर कार्रवाई करने की मांग
मोर्शी/प्रतिनिधि दि.१७ – तहसील के रिध्दपुर की खरीदी बिक्री संस्था को सरकार ने खरीफ मौसम के यूरिया को स्टॉक रखने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नियुक्त किया था. २५.२०० टन तय किया गया था. उसमें से १०.१२५ टन बिक्री की इजाजत जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी ने देने के बावजूद भी चार दिन बीतने के बाद भी संस्था में यूरिया की बिक्री नहीं की जा रही है. किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड रहा है.
इसी का फायदा उठाकर स्थानीय जय गुरूदेव कृषिकेन्द्र के वैभव पोहोकार के गोडाउन में यूरिया का पर्याप्त स्टाक रहने से २६६ रूपये का बैग ४०० से ४६६ में बेचा जा रहा है, ऐसी शिकायत किसान कर रहे है. रसीद मांगने पर नहीं मिल रही हैे. साथ ही सल्फेट का खाद लिया तो २६६ रूपये में यूरिया का बैग दूंगा. नहीं तो यूरिया नहीं मिलेगा, ऐसा जय गुरूदेव कृषि सेवा केन्द्र में बताया जा रहा है. इसलिए उसके पास कितना स्टॉक है, कितना बेचा गया आदि की जांच करने की मांग शिवसेना जिप सर्कल प्रमुख मंगेश शेलके, सचिन डवके व राकांपा सर्कल प्रमुख नितिन वानखडे तथा ग्रामवासियों ने की है. रिध्दपुर की खरीदी बिक्री संस्था को २५० बोरे बेचने की इजाजत मिली है. लेकिन ५०० बोरो की इजाजत नहीं मिलती तब तक यूरिया नहीं बेचेंगे. ऐसा बताया गया. अब ५०० गोडाउन को १३ जुलाई को इजाजत देने के बाद भी बिक्री नहीं की जा रही है. साथ ही ज्यादा दाम पर यूरिया बेचने वाले कृषि केन्द्र के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.