अमरावती

रापनि कर्मियों के रिटायरमेंट के बाद भी हाल-बेहाल

अपनी ही रकम के लिए काटने पड रहे चक्कर पर चक्कर

  • परिवार का भरण-पोषण करना हो गया मुश्किल

अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – सर्वसामान्यों की लाईफलाईन कहे जानेवाले राज्य परिवहन निगम में 30 से 35 वर्ष की सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हुए कई कर्मचारियों को उनके निवृत्ती लाभ से कई वर्षों तक वंचित रहना पडता है. जिसकी वजह से सेवानिवृत्ति के बाद इन कर्मचारियों को वृध्दावस्था में अपने परिवार का भरण-पोषण करने में कई तरह की समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है और खुद अपने ही आर्थिक लाभ के लिए महामंडल कार्यालय के चक्कर पर चक्कर काटने पडते है.
बता दें कि, राज्य परिवहन निगम के अमरावती विभाग अंतर्गत चालक, वाहक व अन्य पदों पर करीब 2 हजार के आसपास कर्मचारी कार्यरत रहते है. जिसमें से प्रतिवर्ष कई कर्मचारी निवृत्ति आयुमान नुसार सेवानिवृत्त होते है. जिन्हेें सेवानिवृत्ति के पश्चात नियमानुसार ग्रॅज्युईटी की रकम, भविष्य निर्वाह निधी, सेवाकाल के दौरान अर्जीत अवकाश के पैसे व करार के एरियस का लाभ मिलता है, लेकिन महामंडल से सेवानिवृत्त होनेवाले कर्मचारियों को ग्रज्युईटी और पीएफ की राशि तो एक से तीन माह के दौरान प्राप्त हो जाती है, किंतु उनके सवैतनिक अवकाश तथा एरियस की राशि एक से डेढ वर्ष के बाद भी नहीं मिलती. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, एसटी महामंडल की ओर से केवल ढाई से साढे तीन हजार रूपयों की नाममात्र पारिवारिक पेन्शन दी जाती है. जिससे परिवार के गुजर-बसर करना मुश्किल होता है. वहीं महामंडल की ओर से सेवानिवृत्ती पश्चात कोई निवृत्ति वेतन नहीं दिया जाता. ऐसे में अपने अधिकार के पैसों को निवेश करते हुए उस पर मिलनेवाले ब्याज की रकम से परिवार की जरूरतें पूरी करनी पडती है. जिसके लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनके सवैतनिक अवकाश व एरियस का पैसा समय पर मिलना जरूरी है. इसके अलावा उनके पास वृध्दावस्था में अन्य कोई आर्थिक आधार नहीं होता.

महामंडल से सेवानिवृत्त होनेवाले कर्मचारियों को नियमानुसार एक माह के भीतर पीएफ व ग्रॅज्युईटी की रकम दी जाती है. जिसके अनुसार अब तक अधिकांश सेवानिवृत्त कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जा चुका है. इसके अलावा सवैतनिक अवकाश व एरियस के संदर्भ में आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करने पर इसका लाभ भी समय पर देने का महामंडल द्वारा प्रयास किया जा रहा है.
श्रीकांत गभणे
विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल

सेवानिवृत्त होने के बाद कई कर्मचारियों को उनके संचित अवकाश का नकद लाभ समय पर नहीं मिलता. इसी तरह एरियस की राशि को लेकर भी काफी चक्कर मारने पडते है. जिसकी वजह से कई सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पडता है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद उनके तमाम आर्थिक लाभ समय पर दिये जाये.
मोहित देशमुख
विभागीय सचिव, एसटी कामगार संगठन

  • जिले में कुल आगार – 8
  • अधिकारी – 35
  • कर्मचारी – 786
  • चालक – 783
  • वाहक – 852

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