अब भी 15 फीसद लोगों ने नहीं लगाया कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सिन का पहला टीका
अमरावती/दि.16 – कोविड वायरस के नये-नये वैरियंट तैयार हो रहे है. जिसे मात देने हेतु प्रतिबंधात्मक वैक्सिन के टीकाकरण का प्रतिशत बढाना जरुरी है. इसके जरिए सामूहिक रोग प्रतिकारक शक्ति तैयार होकर कोविड संक्रमण को नियंत्रण में रखा जा सकता है. जिले में कोविड टीकाकरण को शुरु हुए 2 वर्ष का समय बीत चुका है. साथ ही अब 12 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लोगों को सरकारी केंद्रों में नि:शुल्क तौर पर वैक्सिन लगाई जाती है. साथ ही जो लोग वैक्सिन के दोनों डोज लगवा चुके है, उन्हें बूस्टर डोज भी लगाया जाता है. लेकिन विगत 10 माह से कोविड वायरस के संक्रमण की रफ्तार सुस्त हो जाने के चलते आम नागरिकों में इस बीमारी को लेकर लोगों में डर कम हो गया है. जिसकी वजह से टीकाकरण का प्रमाण भी घट गया. साथ ही कई लोग ऐसे भी है. जिन्होंने अब तक कोविड वैक्सिन का पहला टीका भी नहीं लगाया है. स्वास्थ्य विभाग द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड वैक्सिन का एक भी टीका नहीं लगवाने वाले लोगों की संख्या 15 फीसद के आसपास है.
* इस सप्ताह 60 लोगों ने लगवाया पहला टीका
कोविड का खतरा कम होते ही लोगों में बीमारी के संक्रमण को लेकर डर लगभग खत्म हो गया है. जिसकी वजह से टीकाकरण की रफ्तार सुस्त हो गई है. हालांकि पहला टीका भी नहीं लगवाने वाले लोगों का प्रमाण काफी कम है और प्रमुख तौर पर न्यूनतम आयू की शर्त पूर्ण करने वाले बच्चों द्बारा बडे उत्साह के साथ प्रतिबंधात्मक वैक्सिन का पहला टीका लगाया जा रहा है. वहीं वरिष्ठ आयु वर्ग वाले लोगों में कोविड वैक्सिन का पहला टीका लगवाने को लेकर कोई विशेष उत्साह नहीं है. जारी सप्ताह में केवल 60 लोगों ने ही पहला टीका लगवाया है.
* 46.34 फीसद ने लिए बूस्टर डोज
जिले में अब तक 1 लाख 37 हजार 712 नागरिकों ने बूस्टर डोज लगवाए है. यह कुल लाभार्थियों की तुलना में 46.34 फीसद है. वहीं स्वास्थ्य विभाग में 2 लाख 92 हजार 848 नागरिकों को बूस्टर डोज लगवाने का लक्ष्य तय किया है. परंतु वैक्सिन के दोनो टीके लगवा चुके लोगों में भी बूस्टर डोज के लिए कोई विशेष उत्साह दिखाई नहीं दे रहा.
* नेझल वैक्सिन कब से मिलेगी
स्वास्थ्य विभाग द्बारा नाक के जरिए दी जाने वाली इन्कोवैक नामक नेझल वैक्सिन को दिसंबर 2022 के अंत में मान्यता दी गई थी. यह वैक्सिन निजी अस्पतालों के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी. जिसके लिए नागरिकों को पैसे अदा करने होगे.
* संक्रमण घटने से टीकाकरण घटा
चूंकि इस समय कोविड वायरस के नये-नये वैरियंट सामने आ रहे है. इसकी वजह से टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण है. परंतु संक्रमण की रफ्तार सुस्त हो जाने के चलते नागरिकों में टीकाकरण को लेकर कोई उत्साह नहीं बचा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्बारा अब भी सभी टीकाकरण केंद्रों को शुरु रखा गया है. जहां पर नागरिकों को टीकाकरण हेतु आने के लिए आवश्यक जनजागृति भी की जा रही है.
– डॉ. विशाल काले,
स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी,
अमरावती मनपा