जिले के हर दिन 1.80 लाख किलो तेल का किया जाता है इस्तेमाल
ज्यादा इस्तेमाल से हो सकता है स्वास्थ्य को खतरा

अमरावती /दि.11– खाद्य तेल यह सभी के आहार का अविभाज्य घटक है. इसका इस्तेमाल कम प्रमाण में किया, तो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. लेकिन ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसा विशेषज्ञ कहते है. एक व्यक्ति को दिन में 66 ग्राम तेल लगता है. इसके मुताबिक जिले की 30 लाख की आबादी को ध्यान में रखते हुए हर दिन करीबन 1.80 लाख किलो तेल लगता है. खाने-पीने की बदलती लत के कारण भारत में खाद्य तेल का इस्तेमाल लगातार बढ रहा है. देश का एक व्यक्ति फिलहाल औसतन 20 किलो तेल पूरे साल भर में इस्तेमाल करता है. विशेषज्ञों के अनुसार 40 साल से अधिक आयु के व्यक्ति ने पूरे वर्ष से ज्यादा से ज्यादा 7 किलो तेल का इस्तेमाल करना चाहिए. लेकिन भारत में तेल का इस्तेमाल दोगुना है. तेल के अधिक इस्तेमाल को टालने का अनुरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. इसका पालन करने की भारतवासियों के सामने चुनौती है.
* सर्वाधिक पसंद सोयाबीन तेल
सर्वाधिक 2 हजार किलो सोयाबीन और पश्चात 1 हजार किलो पाम तेल की बिक्री होती है. फिलहाल सोयाबीन, पाम, राइस ब्रान, सूर्यफूल तेल के भाव करीबन एक जैसे है. अनेक साल के बाद पहली बार पाम तेल के भाव सोयाबीन तेल से 3 रुपए किलो अधिक है.
* परिवार को प्रतिमाह कितना तेल लगता है?
5 लोगों के परिवार को करीबन 6 से 7 किलो सोयाबीन तेल लगता है. इसके अलावा तलने के लिए 2 किलो फल्ली तेल अलग लेना पडता है. अथवा प्रतिमाह करीबन 8 से 9 किलो तेेल का इस्तेमाल होता है.
* कितना तेल खाये?
ज्यादा तेल खाने की लत हृदयरोग से लेकर मोटापे जैसी अनेक समस्या का कारण है. एक व्यक्ति ने पूरे साल में 8 किलो से कम तेल का सेवन करना चाहिए. जिससे हालत सुदृढ रहती है.
* तेल स्वास्थ्य के लिए खतरा
तेल सेवन का बढता प्रमाण स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक है. तेल के अतिसेवन के कारण मोटापा और हृदय से संबंधित विविध बीमारियों को निमंत्रण मिलता है. अशुद्ध तेल का इस्तेमाल करने पर श्वसन का भी विकार हो सकता है.
* सोयाबीन, सूर्यफूल तेल की बिक्री
जिले में आबादी के मुताबिक हर दिन 90 हजार किलो सभी तरह के खाद्य तेल की विक्री होती है. इसमें करीबन सबसे ज्यादा सोयाबीन तेल (150 रुपए किलो), पाम (153 रुपए किलो), राइस ब्रान (150 रुपए किलो), सूर्यफूल (155 रुपए किलो), फल्ली तेल (168 रुपए किलो) तथा मोहरी, तील, खोबरा, जवस, खाद्य तेल का खाने में इस्तेमाल किया जाता है. विविध तेल का इसमें समावेश है.