अमरावती

जिले में हर दिन 68 लोगों को ‘डॉग बाइट’

5 माह दौरान 10 हजार लोगों को कुत्तों ने काटा

* हर ओर आवारा कुत्तों की समस्या बढी
अमरावती /दि.11- विगत कुछ दिनों से शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में आवारा कुत्तों की समस्या काफी अधिक बढ गई है और विगत 5 माह के दौरान करीब 10 हजार से अधिक लोगों को सडकों पर आवारा घुमते कुत्तों द्बारा काटा गया है. यानि जिले में रोजाना औसतन 68 लोग ‘डॉग बाइट’ का शिकार हो रहे है. विगत अप्रैल से अगस्त तक 5 माह दौरान श्वान दंश का शिकार हुए 10 हजार 23 लोगों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं ‘डॉग बाइट’ की लगातार बढती घटनाओं को नियंत्रित करते हुए नागरिकों द्बारा प्रशासन से ठोस उपाय किए जाने की मांग की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, श्वान दंश होने के बाद यदि समय रहते इलाज उपलब्ध नहीं हुआ. तो श्वान दंश के शिकार व्यक्ति को रैबिज यानि हाइड्रोफोबिया होने का भी खतरा होता है. यह एक तरह का वायरल जेनेटीक इंफेक्शन है. ऐसे में कुत्तें द्बारा काटे जाने के बाद कई लोग घबराहट की वजह से किसी भी तरह का उपाय अमल में लाना शुरु करते है. जबकि श्वान दंश होने के बाद तय समय के भीतर सही ढंग से इलाज करना जरुरी होता है.
जिले में विगत कुछ दिनों से रिहायशी इलाकों सहित सडकों पर आवारा कुत्तों का जमघट कुछ अधिक दिखाई देने लगा है. इस तरह के कुत्तें सडकों से गुजरने वाले लोगों पर हमला करते है. साथ ही कई बार दुपहिया व चारपहिया वाहनों के पीछे पड जाते है. इसकी वजह से भी कई बार सडक हादसे घटित होते है. कुछ दिन पहले ही कुत्ता पीछे पड जाने की वजह से हुए हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी. शहर सहित जिले में सडकों पर आवारा घुमते कुत्तों का समय रहते बंदोबस्त करना बेहद आवश्यक हो चला है.
* ‘डॉग बाइट’ की सर्वाधिक घटनाएं मनपा क्षेत्र में
महानगरपालिका क्षेत्र में आवारा कुत्तों की संख्या और समस्या सबसे अधिक बढ गई है. गाडगे नगर, राजापेठ, कैम्प, दस्तुर नगर, संजय गांधी नगर, कांग्रेस नगर व विद्यापीठ मार्ग परिसर में आवारा कुत्तों के झुंड घुमते रहते है. विगत 5 माह के दौरान अमरावती शहर में 5 हजार 213 लोगों को आवारा कुत्तों द्बारा काटा गया और ‘डॉग बाइट’ का शिकार हुए सभी लोगों को इलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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