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जिजाऊ बैंक में एकता दिवस कार्यक्रम मनाया
अमरावती प्रतिनिधि/दि.30 – देश में हर एक धार्मिक व्यक्ति अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ मानता है, लेकिन व्यक्ति ने अपने धर्म के साथ ही अन्य धर्म का भी सम्मान करना चाहिए. हर व्यक्ति ने अपने मन सर्वधर्म समभाव की अहमियत को समझते हुए एक दूसरे के साथ मिलजुलकर रहना चाहिए, इस आशय का प्रतिपादन नागपुरी गेट पुलिस थाना निरीक्षक अर्जुन ठोसरे ने व्यक्त किया है. वे जिजाऊ कमर्शियल को-आपरेटीव बैंक में राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.अपनी खास शैली में इतिहास का परामर्श समझाते हुए पुलिस निरीक्षक ठोसरे ने बातया कि मुस्लिम शासक पवित्र हज यात्रा पर कभी गए थे, ऐसा प्रतित नहीं होता है, केवल सत्ता के लिए उन्होंने संघर्ष किया. सुफी संत परंपरा और वारकरी संप्रदाय का भारतीय जन मानस पर प्रभाव है. इसलिए एकता की महत्ता भारतीयों का समझ में आयी है. स्वतंत्रता से पूर्व किसी भी समाज में धार्मिक पहलुओं को लेकर दंगे नहीं हुए. इसका अभ्यास 21वीं सदी में करना आवश्यक है. जलसंपदा विभाग के सेवानिवृत्त अधक्षक अभियता इंजिनिअर अस्लम खान ने मुस्लिम समाज व्दारा शैक्षणिक पहलुओं से कुशलता आत्मसात करने पर समाज व देश का आर्थिक विकास हो सकता है. बैंक के संस्थापक अध्यक्ष अविनाश कोठाले ने जिजाऊ बैंक के समाज के नागरिकों के लिए धार्मिक बचत खाता निकाल रहा है. पवित्र कुराण में बताया गया. निवेश पर ब्याज नहीं लेना चाहिए. इसी तर्ज पर बचत खाते पर ब्याज मुस्लिम समाज नहीं लेगा, जबकि वह ब्याज मदरसा व मस्जिद में पढने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति के रुप में दी जाएगी. इसका लाभ मुस्लिम समाज के होनहार बच्चों को मिल पायेगा. इस दौरान भारत रत्न इंदिरा गांधी की जयंती होने से बैंकिंग क्षेत्र में उनके व्दारा दिये गए योगदान को याद किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में पुलिस निरीक्षक अर्जुन ठोसरे व इंजिनियर असलम खान का सत्कार किया गया. संचालन उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिश नासिरकर ने किया. कार्यक्रम में बैंक के अधिकारी बोडखे, विलास राउत, विजय ढोबे, गौरव वाकोडे, मंजुषा वैद्य, मनीषा तायडे, वैशाली कुंड, मृणाली देशमुख, पाथरे, सांगले, पवन कडू, देशमुख, इंगोले आदि उपस्थित थे.