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दिल को छू गई मोदी जी की प्रत्येक बात

अमरावती के विधायकों की भावना प्रधान प्रतिक्रिया

* प्रत्येक के स्वास्थ्य और परिवार की चिंता का पुट था डेढ घंटे के संवाद में
* एक क्षण के लिए भी नहीं हुई बोरियत
अमरावती /दि.16– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मंत्रालय के आगे डॉकयार्ड के पास स्थित सभागार में प्रदेश के महायुति विधायकों के साथ जो डेढ घंटा संवाद किया. उसकी सुंदर सहज प्रतिक्रिया जिले के विधायकों ने दी है. उन्होंने अमरावती मंडल से खास बातचीत में बताया कि, पीएम मोदी का यह सहज संवाद सचमुच उनकी अतिविशाल नेतृत्व क्षमता की बानगी प्रस्तुत कर गया. प्रत्येक को लगा कि, परिवार का कोई बडा हमसे हमारी कुशलक्षेम पूछ रहा है. हमारे सभी के पत्नी, यजमान, बच्चों और अन्य परिजनों के बारे में मोदी जी ने जानकारी ली. उसी प्रकार सार्वजनिक जीवन के उच्च मापदंडों के साथ-साथ अहंकाररहित होकर जनसेवा के टीप्स देने की जानकारी जिले के विधायकों ने दी.
* सहज संवाद से अभिभूत, आगे बढने की प्रेरणा
धामणगांव रेल्वे के विधायक प्रताप अडसड ने कहा कि, मोदी जी का सहज संवाद उन्हें बडा प्रभावित कर गया. जीवन में आगे बढने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण टीप्स उन्होंने दिये. अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम करते समय की बारीकियों को दिलचस्प अंदाज में मोदी जी ने इस तरह समझाया कि, बात हमारे दिल में उतर गई. उनके कई अंदाज सचमुच दिल को छू गये. उनके कानमंत्र से साबित हो गया कि, यह व्यक्ति शिखर पर ऐसे ही नहीं पहुंचे हैं. उसी प्रकार शिखर पर कायम रहने का मंत्रा भी मोदी जी ने दिया, जो मुझे तो हमेशा के लिए याद रहेगा.


* परिवार की जिम्मेदारी भी निभाएं
अचलपुर के विधायक प्रवीण तायडे ने बताया कि, प्रधानमंत्री पद पर विराजमान व्यक्ति के सामान्य विधायकों से डेढ दो घंटे संवाद की बात कुछ अरसा पहले तक सोची भी नहीं जा सकती थी. पार्टी स्तर से उपर उठकर मोदी जी ने प्रत्येक के परिवार की चिंता इस अंदाज में बतायी कि, हर कोई वाह वाह कर उठा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, संगठन में वे काफी काम कर चुके हैं. ऐसे में परिवार के प्रति अनदेखी हो जाती है. ऐसा कतई न करने की सलाह सचमुच बडी कीमती है. उतनी ही भावना प्रधान भी. तायडे ने कहा कि, जुझारु कार्यकर्ता के प्रति सम्मान व्यक्त करते समय मोदीजी भावुक हो गये थे. मोदीजी ने कहा कि, वे समर्पित कार्यकर्ताओं के चरण छूने की आकांक्षा रखते हैं. उनकी इस बात ने हम सभी को भावविभोर कर दिया था. तायडे ने बताया कि, पीएम मोदी ने अधिकारियों से अच्छा बर्ताव करने की सलाह दी. साथ ही यह भी कहा कि, कोई आपका अपमान करता है, तो ऐसे अफसर को छोडना भी नहीं.


* गोद ले ले कोई गांव, नगर
मोर्शी के विधायक उमेश यावलकर ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी का संवाद सुनकर वे भी बडे प्रभावित हुए हैं. वरुड के नगराध्यक्ष रहे यावलकर ने कहा कि, विधायक बनने के बाद भी किसी प्रकार का घमंड या तामझाम न रखने की सलाह पीएम मोदी ने दी है. यह सलाह लोगों से जुडे रहने में बडी काम की है. यावलकर ने बताया कि, संगठन से लेकर शासन तक विविध पदों और अब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन रहते हुए मोदीजी में उन्हें तनिक भी घमंड नजर नहीं आया. उसी प्रकार पीएम मोदी ने विधान परिषद तथा राज्यसभा के सदस्यों से किसी भी क्षेत्र, ग्राम, नगर को गोद लेकर वहां के विकास कार्यों को प्रोत्साहन देने की बात कही. यह भी कानमंत्र उन्हें उपयोगी लगा है.


* फिट रहने का नुस्खा पूछा
तिवसा के विधायक राजेश वानखडे ने बताया कि, प्रधानमंत्री का संवाद अत्यंत सहज और सरल लगा. उसी प्रकार मोदी जी ने विधायकों की कुछ जिज्ञासाओं को भी शांत किया. जैसे मोदी जी की फिटनेस के बारे में पूछने पर उन्होंने अपनी दिनचर्या और रात्रि में केवल साढे तीन घंटे विश्राम की बात बतायी. अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा भी मोदी की फिटनेस से हतप्रभ रहे हैं. वानखडे ने कहा कि, अधिकारियों को डांट डपट न करते हुए जनता के काम करवाने के टीप्स मोदी जी ने दिये. यह टीप्स वे अंमल में लाएंगे. वानखडे ने बताया कि, प्रधानमंत्री ने विधायकों से ट्रेन में सफर करने के साथ-साथ रेल्वे अधिकारी और कर्मचारी, लोको पायलट किन परिस्थितियों में काम करते हैं, इसका किसी दिन अवलोकन करने की बात भी कही. उन्होंने बताया कि, नौसेना के कामकाज को भी देखने के लिए एक दिन का समय निकालने का पीएम मोदी का आवाहन अधिकांश विधायकों को पसंद आया. वानखडे ने बताया कि, युवा विधायक पीएम मोदी के संवाद से बडे प्रभावित दिखाई दिये. एक मिनट के लिए भी देश के प्रधानमंत्री ने बोरियत नहीं होने दी. इस अंदाज में बडे ही दिलचस्प रुप से करीब डेढ-दो घंटा वे मार्गदर्शन करते रहे.

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