शहर में ऐसा भी रोज गार्डन जिसमें केवल ज्येष्ठों को ही प्रवेश
आयएमए सभागृह के बाजू में त्रिकोणी आकार में गुलाब का बगीचा
अमरावती/ दि. 15- गुलाब का फूल पसंद न आए ऐसे व्यक्ति दुर्लभ ही होते है. हमेशा से प्रसन्नता से खिलनेवाले यह फुल देखकर जीवन की शाम में ज्येष्ठ नागरिक उनके सानिध्य में रहने से उनका मन प्रफुल्लित हो, इस उद्देश्य से नाना-नानी पार्क रोज गार्डन में (गुलाब का बगीचा) बनाया गया है. जिसमें केवल ज्येष्ठों को ही प्रवेश दिया जाता है. इसके अलावा अन्य किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाता. यही इसकी विशेषता है.
इर्विन चौक से गर्ल्स हाईस्कूल की ओर जाते समय आयएमए सभागृह के बाजू में ही त्रिकोणी आकार का यह रोज गार्डन बनाया गया है. यहां पर लाल, पीले, गुलाबी, सफेद, जामनी, कत्था, मोतिया, नारंगी, बडिंग, बटन, गुलाब, गावरानी गुलाब, ऐसे विविध रंगो के छोटे-बडे आकार के गुलाब के पौधे लगाये गये है. उसकी देखभाल करने के लिए स्वतंत्र व्यक्ति की नियुक्ति भी की गई है.
इस रोज गार्डन में युवाओं को प्रवेश नहीं दिया जाता है. फिलहाल गर्मी की शुरूआत होने पर भी यहां बडे प्रमाण में गुलाब के विविध रंगों के फूल खिले हुए दिखाई देते है. किंतु शीतकाल में इस रोज गार्डन का सौंदर्य कुछ और ही दिखाई देता है. विविध रंगों के गुलाब के फूल मनमोहक लगते है. जमीन पर उसकी पंखडियों पडी हुई दिखाई देती है. वे देखने के बाद लोग विविध रंगों के गुलाब उखाड ले ,ऐसा उन्हें लगता है.
शहर में यह रोज गार्डन होने के कारण वह सभी के लिए ही आकर्षण का केन्द्र है. ज्येष्ठ नागरिक को छोडकर अन्य को अंदर जाने का प्रवेश नहीं दिया जाता फिर भी सुरक्षा जाली के कारण सभी नागरिक बाहर से उसे देख सकते है. ज्येष्ठों ने इस उपक्रम का स्वागत किया है.
* डेढ हजार गुलाब के पेड
रोज गार्डन में विविध प्रजाती व विविध रंग के डेढ हजार गुलाब के पेड है. गुलाब खिलने के बाद उनका सौंदर्य से मोहित होकर ज्येष्ठ नागरिक उनकी ओर देखते ही रहते है. गुलाब के बाजू में बैठने के बाद वहां पर घूमने की भी व्यवस्था की गई है. ऐसी जानकारी नगर सेविका रिता पडोले ने दी.