अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

सब लगे चुनावी काम में, सरकारी दफ्तर सुनसान

किसानों, विद्यार्थियों, लोगों को असुविधा

अमरावती/दि. 5 – पहले ही दिवाली के कारण सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम-अधिक रही और लोगों के काम प्रलंबित होते रहे. अब प्रत्यक्ष विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरु हो गई. अनेक विभागों के अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है. जिससे सरकारी दफ्तरों में खामोशी दिखाई दे रही है. चुनाव कार्य के संयोजन के साथ कर्मचारियों को कार्यालय कर्तव्य से छुटकारा मिला है.
* सभी शासकीय दफ्तरों में सन्नाटा
जैसे ही गत माह विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित हुआ. केवल दिवाली भुगतान के लिए ही कर्मचारियों को दफ्तरों में देखा गया. पिछले गुरुवार से जिले के सभी शासकीय दफ्तरों में सन्नाट नजर आ रहा है. जिससे नागरिकों को अपने काम के लिए परेशान होता देखा जा रहा. विशेष कर विद्यार्थियों और किसानों के तथा आमजनों के राजस्व महकमे से संबंधित कार्य प्रलंबित है तो वह और भी लंबित होने की आशंका हो गई है.
* कलेक्टर ने किया अवकाश घोषित
दीपावली पर गत 31 अक्तूबर को जिलाधीश ने स्थानीय स्तर पर अवकाश घोषित किया था. 1 नवंबर को छुट्टी थी. 2 और 3 नवंबर को शनिवार, रविवार की छुट्टी थी. लगातार चार दिनों की छुट्टी के बाद सोमवार व मंगलवार को भी शासकीय कर्मचारियों की दफ्तरों में उपस्थिति काफी कम नजर आई.
* चुनाव प्रशिक्षण का बहाना
कई कर्मचारियों और अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी दी गई है. वे चुनाव में ड्यूटी के अनुसार आयोजित प्रशिक्षण का बहाना कर अपने कर्तव्यों से बच रहे है, इस प्रकार का आरोप नागरिकों ने किया है. पिछले 10 दिनों से सरकारी कार्यालयों में आमजनों के कामकाज अमूमन ठप पडे है. विशेष कर राजस्व महकमा चुनाव कार्य में व्यस्त होने से तहसील दफ्तर, पटवारी और मंडल अधिकारी कार्यालय में कामकाज ठप हो गया है.
* आचार संहिता का भी बहाना
आम लोगों के किसी कार्य हेतु पहुंचने पर शासकीय कार्यालयों से उन्हें चुनावी आचार संहिता का कारण सामने किया जा रहा है. इससे भी आमजनों के काम प्रभावित होने की शिकायत एक कार्यकर्ता ने की. उन्होंने दावा किया कि, सरकारी काम और अनेक दिवस थाम (रुको) की मराठी कहावत इन दिनों पूरी तरह से लागू हो रही है. अब विधानसभा चुनाव के नतीजो पश्चात अर्थात 23 नवंबर के बाद ही सरकारी कार्यालयों की रौनक लौटने की संभावना बताई जा रही है.

Back to top button