
* आम्ही पुत्र अमृताचे…..व्याख्यान का अनेकों ने लिया लाभ
धामणगांव रेलवे/दि.3– विश्व को संस्कार, संस्कृति, आचार, विचार, एकता तथा ज्ञान का संदेश देने वाले देश की श्रद्धा पर तथा आचार, विचार और संस्कृति पर आघात करने का षडयंत्र विविध मार्ग से किया जा रहा है. यह विषय निश्चित ही चिंता का विषय है, किंतु घबराने का कारण नहीं. हम सभी को अपने इतिहास और संस्कृति का जतन करना होगा, यह आह्वान संस्कार भारती के अखिल भारतीय मंत्री आशुतोष अडोणी ने किया.
सत्कार्य प्रसारक मंडल की ओर से आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परमपूज्य गोलवलकर गुरुजी की जयंती व स्व.गणपतराव दादा पोल की स्मृति में आयोजित प्रथम व्याख्यान में वे बोल रहे थे. सेवा स्मृति भवन के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में रा.स्व.संघ के जिला संघचालक व सत्कार्य प्रसारक मंडल के अध्यक्ष विपिन काकडे, उपाध्यक्ष विनायक धुमान उपस्थित थे. अतिथियों का स्वागत प्रमोद मुंदडा व संस्कार भारती के सदस्य प्रशांत बदनोरे ने किया.
प्रमुख वक्ता अडोणी ने आगे कहा कि, अपने देश व संस्कृति पर आघात हो रहा है. इसलिए सभी को अपने देश को पुनर्जीवित करने का महत्वपूर्ण कार्य करना है. हमारे पराक्रम की साक्ष इतिहास देता ही है. उसी इतिहास के आधार पर और राष्ट्र भक्तों के भरोसे पर हमारा देश फिरसे वैभवशाली होगा, इसमें कोई संदेह नहीं. देश को छत्रपति शिवाजी, शंभूराजे, स्वामी विवेकानंद जैसे योद्धा और संत ऋषिमुनी के आशीर्वाद प्राप्त है.
आम्ही पुत्र अमृताचे….. इस व्याख्यान की प्रस्तावना सत्कार्य प्रसारक मंडल के कमल छांगाणी ने रखी. संचालन राधा भूषण धुर्वे ने किया. आभार सत्कार्य प्रसारक मंडल के सचिव गोपाल भैया ने माना.