बालकृष्ण लीला के प्रसंग सुन सभी हुए मंत्रमुग्ध
सतीधाम मंदिर में भागवताचार्य देवेंद्र दुबे की मधुर वाणी में चल रही भागवत कथा
* व्यास परिवार का आयोजन, सैकडों भक्तों की उपस्थिति
अमरावती/दि.29– द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने जन्म लेकर समाज को भगवतगीता के माध्यम से संदेश दिया. उनकी लीलाएं हमें कोई न कोई बात बताने की कोशिश करती है. इन्हीं बातों को कथा के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए भागवताचार्य देवेंद्र दुबे ने कथा प्रस्तुत की.
स्थानीय रायली प्लॉट स्थित सतीधाम मंदिर में शुक्रवार से व्यास परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन जारी है. इस निमित्त मंगलवार को नंदोत्सव पूतना उद्धार, बालकृष्ण लीला प्रसंग, गोवर्धन धारण की कथा का वर्णन किया गया. स्व. श्यामसुंदर व स्व. दुर्गादेवी व्यास की स्मृति में आयोजित इस कथा सप्ताह में कथाकार भागवताचार्य पं. देवेंद्र दुबे ने भगवान कृष्ण ने बाल्यावस्था में माखान चोरी करना, गोपियों को सताना, मां को पूरे ब्रम्हांड का अपने मुख में दर्शन करवाना की विविध कथाएं प्रस्तुत की. इन कथाओं के माध्यम से उन्होंने भगवान कृष्ण द्वारा समाज को जो संदेश देने का प्रयास किया, वह वर्णित किया. बुधवार 28 अगस्त को कृष्ण बलराम के साथ मथुरा गमन, कंस का उद्धार, कृष्ण-रुख्मिणी विवाह के साथ रात 8 बजे सुविख्यात जम्मा गायक जय जोशी द्वारा रामदेव का ब्यावला प्रस्तुत किया गया. हर दिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक कथा होती है. आरती और प्रसाद वितरण से कथा की समाप्ति की गई. इस अवसर पर कथा श्रवण में व्यास परिवार के पं. रवि शंकर व्यास, जुगल व्यास वलगांव, मधु व्यास, सुनीता व्यास, दिनेश व्यास, साक्षी व्यास, हर्षा व्यास, युवराज व्यास, मान्या व्यास, धनराज छांगाणी, पुष्पादेवी छांगाणी, किरण पुरोहित, पवन छांगाणी, खुशबू छांगाणी, तुलसी छांगाणी, प्रा. महेंद्र छांगाणी, किरण छांगाणी, सरोज छांगाणी, अंजूबाला छांगाणी, अंजली छांगाणी, स्वाति छांगाणी, प्रीती छांगाणी, श्रुति पुरोहित, सतीश पुरोहित, प्रमोद पुरोहित, आनंद राठी, जय जोशी उपस्थित थे.