
* पदाधिकारियों को सदन में पुन: पहुंचने की आकांक्षा
अमरावती /दि.7– उच्चतम न्यायालय द्वारा मंगलवार को राज्य शासन को महापालिका और सभी स्थानीय निकाय चुनाव कराने के लिए आदेश दिये जाने की घटना का सभी स्वागत कर रहे है, हर्ष व्यक्त कर रहे हैं. राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को तीन वर्ष बाद मनमानी मुराद पूरी होने समान लग रहा है. पदाधिकारियों को मनपा सदन में दोबारा पहुंचने की ललक हो गई है. शहर के सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने चुनाव के लिए तैयार रहने का भी दावा किया है. इसी कडी में आज अनेक नेताओं ने अमरावती मंडल से बात की. उन्होंने कहा कि, जनता का राज महापालिका पर होना चाहिए, तभी सही मायनों में लोकशाही कही जा सकती है. मनपा के स्थायी समिति सभापति रह चुके तुषार भारतीय और मिनी महापौर रह चुकी सुरेखा लुंगारे ने यह कहते हुए कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है कि, आखिरकार स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में जनता का राज आएगा. उधर अनेकानेक कार्यकर्ताओं ने अब महीनेभर में होने वाली चुनाव घोषणा के साथ अपने राजनीतिक खेवन हार के पास लॉबिंग शुरु कर दी है. अगले कुछ दिनों में प्रत्येक त्यौहार पर यह कार्यकर्ता बडे सक्रिय रहेंगे. पब्लिक की नजर में चढने का उनका प्रयत्न होगा.
* हम तैयार, तारीख का इंतजार
शिवसेना महानगर प्रमुख संतोष बद्रे ने कहा कि, दलों के कार्यकर्ता तीन वर्षों से निकाय चुनाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं. प्रत्येक अपने-अपने क्षेत्र में पुन: सक्रिय हो जाएगा. जहां तक शिवसेना की बात है, पार्टी मनपा और जिला परिषद, पालिका चुनाव के लिए रेडी है. हमें तो चुनाव की तिथि का इंतजार है. सर्वोच्च न्यायालय ने अच्छ फैसला दिया है. सभी उसका स्वागत कर रहे हैं.
* निर्णय अपेक्षित
राकांपा अजीत पवार गट के पदाधिकारी अविनाश मार्डीकर ने कहा कि, हमें अदालत से ऐसे ही निर्णय की अपेक्षा थी. अदालत ने ओबीसी आरक्षण कायम रखा. इसके लिए राकांपा नेता छगन भुजबल द्वारा किये गये प्रयास कारगर रहे. हमारी चुनाव की तैयारी है. शहराध्यक्ष प्रशांत डवरे के नेतृत्व में पार्टी संगठन मजबूत किया जा रहा है. प्रत्येक प्रभाग में राकांपा का प्रत्याशी होगा, यह बात मैं आज ही दावे के साथ कह सकता हूं. शीघ्र उम्मीदवार चयन का कार्यक्रम प्रारंभ होगा.
* हम तैयार, पूरे दम से लडेंगे
शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख पराग गुडधे ने भी स्थानीय निकाय चुनाव संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि, लोकशाही में समय-समय पर चुनाव होना आवश्यक है. अन्यथा तानाशाही हावी हो जाती है. अमरावती महापालिका का कामकाज पटरी से उतर गया था. ऐसे मेें जनप्रतिनिधियों का मनपा पर अंकुश आवश्यक है. चुनाव के लिए शिवसेना तैयार है. हमारी अनेक बैठकें इस संदर्भ में हो चुकी है. शिवसेना उबाठा संपूर्ण ताकत से चुनाव लडेगी.
* शहर को मिलेगा छुटकारा
नगरसेवकों के अभाव में महापालिका का कामकाज निरंकुश हो गया था. सर्वत्र गंदगी का आलम रहने के साथ जन्म प्रमाणपत्र जैसे साधे कागज के लिए भी मनपा के चक्कर काटने पड रहे थे. ऐसे में सुको के ऑर्डर से यदि सरकार चुनाव करवाती है, तो शहर को विभिन्न समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. अधिकारी भी सदन में जनप्रतिनिधि रहने पर ही प्रभावी ढंग से काम करते हैं. प्रवीण हरमकर ने कहा कि, सडक, पेयजल, नालियां, साफ-सफाई के मुद्दे महापालिका इलेक्शन में रह सकते हैं.
* जनता त्रस्त थी
युवा स्वाभिमान के शहर जिलाध्यक्ष संजय हिंगासपुरे ने कहा कि, अब चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का सभी को इंतजार है. तीन वर्षों से नगरसेवक नहीं होने के कारण महापालिका के कामकाज से जनता तंग आ गई थी. अब कोर्ट का आदेश आ गया है. फडणवीस सरकार महीनेभर में चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकती है. सीएम फडणवीस ने पहले ही कामाला लागा का संदेश दे दिया था. हिंगासपुरे ने कहा कि, उनका संगठन संपूर्ण शक्ति से महापालिका चुनाव लडेंगा. प्रत्येक प्रभाग मेें युवा स्वाभिमान के पास अनेक दावेदार रहने की बात भी हिंगासपुरे ने कही.
* कर रखी थी अवहेलना
तीन वर्षों से स्थानीय निकाय के चुनाव न लेकर सरकार ने संविधान की अवहेलना कर रखी थी. अब कोर्ट के आदेश पर चुनाव होने की संभावना बढ गई है. इस प्रकार की बात बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष अजय गोंडाणे ने कही. उन्होंने आशंका जतायी कि, कोर्ट ने भले ही चार माह में चुनाव करवाने का निर्देश दिया है. किंतु उन्हें शक है कि, सरकार चुनाव को लेकर कोई कदम जल्द उठाएंगी. गोंडाणे ने कोर्ट के आदेश का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि, मनपा सदन में जनप्रतिनिधि नहीं थे. जिससे लोकशाही की अवस्था विकट हो रही थी.
* सरकार ने की देरी
कांग्रेस नेता किशोर बोरकर ने उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया. मगर यह भी कहा कि, महायुति सरकार ने नाहक स्थानीय निकाय चुनाव में विलंब किया. जनता इसका जवाब चुनाव में देगी. बोरकर ने कहा कि, लोकशाही के बचाव हेतु आखिर कोर्ट को निर्णय व आदेश देना पडा है. साथ ही बोरकर ने कहा कि, कांग्रेस चुनाव के लिए बिल्कुल रेडी है. अमरावती मनपा पर कांग्रेस का शासन आने का विश्वास बोरकर ने व्यक्त किया.
* रुके काम होंगे तेजी से पूर्ण
भाजपा शहर जिला उपाध्यक्ष मंगेश खोंडे ने भी कोर्ट के निर्णय को स्वागतयोग्य बताते हुए कहा कि, जनप्रतिनिधियों के अभाव में अनेक कार्य अटके पडे थे. अब वह सभी काम तेजी से होंगे. सरकार शीघ्र चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकती है. देखा जाये, तो जनता के लिए आज आनंद का दिन है. खोंडे ने यह भी कहा कि, बीजेपी एक बार फिर अमरावती महापालिका पर सत्ता के लिए आतुर है. लोग भी बीजेपी को महापालिका की एक हाथ सत्ता देने के लिए तत्पर रहने का दावा खोंडे ने किया.
* बीजेपी जीतेंगी सभी चुनाव
भाजपा शहर महासचिव रहे सतीश करेसिया ने मनपा चुनाव का रास्ता क्लीयर होने की बात पर हर्ष और संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि, अनेक प्रभागों में लोग आज भी अपनी समस्या अधिकारी की बजाय जनप्रतिनिधि रह चुके लोगों को ही बताते थे. अब चुनाव कार्यक्रम आने वाला है. भाजपा मिनी मंत्रालय और महापालिका सभी चुनाव में विजयी होने का विश्वास करेसिया ने व्यक्त किया.
* नगरसेवक प्रशासन और जनता का दुवा
उपमहापौर रही बीजेपी नेत्री संध्या टिकले ने कहा कि, प्रशासन और जनता के बीच नगरसेवक पुल के रुप में कार्य करते हैं. अपने क्षेत्र की साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं के लिए तत्पर रहते हैं. गत तीन वर्षों में नगरसेवक नहीं रहने से नागरिक त्रस्त हो गये थे. अब चुनाव बाद उन्हें अपने जनप्रतिनिधि पहले समान मिलेंगे.
* देर आये दुरुस्त आये
पूर्व उपमहापौर प्रमोद पांडे ने कहा कि, सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय देर आये दुरुस्त आये जैसा है. निश्चित अवधि में अब सरकार को चुनाव संपन्न कराने पडेंगे. आशा है कि, निकाय चुनाव निष्पक्ष होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि, निकाय चुनाव का निर्णय कोर्ट को करना पडता है, यह सरकार की कमजोरी दर्शाता है.