* बहुउद्देशीय आरोग्य तथा समाज कल्याण संस्था की ओर से दो अनाथ कन्याओं के विवाह समारोह में जिलाधिकारी का प्रतिपादन
* सामाजिक संस्था तथा जिला प्रशासन के सहयोग से एक सहरानीय कार्य
अमरावती/दि. 6 – बहुउद्देशीय आरोग्य तथा समाज कल्याण संस्था की ओर से आज दो अनाथ लडकियों के विवाह का आयोजन एक नई परंपरा का शुभारंभ हुआ है. इस तरह के आयोजन में सभी को अपनी-अपनी ओर से सहयोग करना चाहिए, ऐसी बात जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने सदा शांति आधार गृह में चि.सौ.कां. रुपाली तथा चि.सौ.कां. सपना के विवाह समारोह के मौके पर कही. जिलाधिकारी ने कहा कि, जिला प्रशासन की ओर से आहार गृह को अपनी तरह से जितना सहयोग दिया जा सकता है, दिया जाता है. उन्होंने कहा कि, इस तरह से आयोजन से समाज में जागृति होती है.
सौरभ कटियार ने दोनों विवाहित जोडों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, जिस संस्था की ओर से यह आयोजन किया गया उनका प्रयास बहुत सराहनीय है. उन्होंने कहा कि लडकी हो या लडका 18 वर्ष की आयु भी परिपक्व नहीं होती. इस आयु में भी सही मार्गदर्शन की जरुरत होती है. मराठी में दिए गए अपने संक्षिप्त भाषण में जिलाधिकारी ने कहा कि, 10 वर्ष की अधिक आयु की अनाथ लडकियों के सुखद भविष्य के लिए इस संस्था की ओर किया गया कार्य बहुत सराहनीय है.
इस मौके पर कांग्रेस विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, संस्था की ओर से दो अनाथ कन्याओं का विवाह कराके जो नई तथा अच्छी परंपरा शुरु की गई है, वह बहुत ही प्रेरणादायक है. उन्होंने विवाह बंधन में बंधे दोनो जोडे के सुखद वैवाहित जीवन की कामना करते वर-वधु को शुभकामनाएं दी. खोडके ने कहा कि, 11 अनाथ कन्याओं का कन्यादान का संकल्प लेकर सतीश अडगुलवार ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है और उन्हीं में से दो कन्या रुपाली का किशोर के साथ तथा सपना का योगेश के साथ शुभविवाह हुआ है. इस तरह के आयोजन से अनाथ बच्चे भी समाज की मुख्य धारा से जुडते है और उन्हें अपनी जिंदगी सम्मान के साथ जीने का अवसर मिलता है. इससे संस्था की सचिव कुमुदिनी इंगले ने संस्था की स्थापना के उद्देश्य तथा उसके लिए किए गए संघर्ष की संक्षिप्त जानकारी दी.
संस्था के अध्यक्ष डॉ. एस.पी. इंगले, संचालक डॉ. पंकजा इंगले (पडसोदकर), संजय पडसोदकर, संचालक जयेश इंगले के अथक परिश्रम से आयोजित इस कार्यक्रम में समाजसेवी सतीश अडगुलवार, स्वाति अडगुलवार की सभी अतिथियों की ओर से सराहना की गई है. अतिथियों ने कहा कि, आज के युग में लोग अपनों को नहीं पूछते ऐसे में 32 वर्षो से अनाथ लडकियों का पालन-पोषण करके उनके सुखद भविष्य की कामना करना सचमुच बहुत बडी बात है.
जिलाधिकारी की मुख्य उपस्थिति में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में अमरावती के पूर्व सांसद अनंत गुढे, महिला बाल विकास विभाग के उपायुक्त विलास मरसाले, जिला परिषद अमरावती के उपमुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलास घोडके, कोषागार अधिकारी शिल्पा आर. पवार, नरसम्मा महविद्यालय के प्राचार्य राजेश चंदनपाट, अमरावती राज्य कर सह आयुक्त संजय पोखरकर, अमरावती जिला महिला बाल संरक्षण अधिकारी उमेश टेकाले, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबाले, विलास साखरे समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में इंगले, अडगुलवार, पडसोदकर परिवार के सदस्यों ने अहम योगदान प्रदान किया. कार्यक्रम में अतिथि के रुप में समाज सेवक गोविंद कासट, सुनील राणा, धीरज दीवसे, डॉ. सोनाली देशमुख, रिपल राणा, प्रदीप बाजड, राजबाला अग्रवाल, समुन जागनिक आदि उपस्थित थे. प्रा. डॉ. प्रफुल्ल गवई द्वारा संचालित इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्था के अध्यक्ष एस.पी. इंगले, संजय पलसोदकर, पंकजा इंगले (पलसोदकर), डॉ. जयेश इंगले समेत संस्था के कर्मचारियों का योगदान सराहनीय रहा.
* शाल-श्रीफल देकर सत्कार
कार्यक्रम में शामिल हुए अतिथियों को शाल-श्रीफल तथा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों ने अनाथ लडकियों को भविष्य के लिए इतना अच्छा कार्यक्रम करने की सराहना की. सभी अतिथियों ने कहा कि, इस तरह के आयोजन से अनाथ बच्चों को जीवन जीने का बहुत बडा आधार मिला है.