अमरावती प्रतिनिधि/दि. २० – कोरोना महामारी का संकट अभी भी बरकरार है. इसी महामारी के दौर में बारिश के दिनों में पनपने वाली जलजन्य बीमारियों का भी प्रकोप अब बढऩे लगा है. सैकड़ों नागरिक ठंड और बुखार से सिकुड़ रहे है. सरकारी व निजी अस्पताल में मरीजों की भीड़ भी उमड़ रही है. यहां बता दे कि अमरावती जिले को बीते दो वर्ष पहले बारिश के दिनों में डेंग्यू की बीमारी ने जकड़ कर रखा था. सैकड़ों नागरिक डेंग्यू के बुखार से त्रस्त थे. हाल की घड़ी में जिले में कोरोना का कहर चल रहा है. बीते सप्ताह भर से जिले में लगातार बारिश हो रही है. उसमें भी जलजन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है. हाथ पैरों में दर्द, सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण लोगों में पाए जा रहे है. इन बीमारियों से ग्रसित मरीजों से शहर के निजी व सरकारी अस्पताल भरे पड़े नजर आ रहे है. जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर हरीश कुडे के पास तीन विभागों का अतिरिक्त पदभार होने से वे पूरी तरह से इन विभागों पर ध्यान नहीं दे पा रहे है. संबंधित कार्यालय के अधिकारियों को डेंग्यू के मरीजों के साथ भी भेंट नहीं ले पा रहे है. इसलिए प्रशासन की ओर से इन महत्वपूर्ण पदों पर नियमित अधिकारियों की नियुक्ति की जाए व जलजन्य बीमारियों से अमरावती शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिको को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. यहां बता दे कि शहर में जगह-जगह जमे गंदे पानी, गंदगी से पटी नालियों शौचालय की टंकी में उत्पन्न होनेवाले मच्छरों की पैदास से बीमारियां फैल रही है. इस ओर संबंधित प्रशासन की ओर से ध्यान देने की मांग जोर पकड़ती जा रही है.