प्रतिनिधि/दि.२७
अमरावती– राज्य में कोरोना की स्थिति होने के अलावा बारिश के दिनों की शुरूआत होने पर भी पणन विभाग की ओर से पूरे राज्य में रिकार्डतोड लगभग २१८ लाख ७३ हजार क्विंटल कपास की खरीदी किया है. अमरावती जिले में भी खरीदी केंद्र संख्या बढ़ाने, खरीदी के लिए मनुष्यसंसाधन उपलब्ध कराकर देने आदि विविध उपाययोजनाओं के जरिए बड़े पैमाने पर कपास की खरीदी हो पायी है. किसानों के हितावह महाविकास आघाडी सरकार पूरी तरह से कटीबद्ध है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य की महिला व बालविकास तथा जिले के पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने व्यक्त किया. एड. ठाकुर ने कहा कि राज्य में बीते १० वर्षों में रिकार्डतोड कपास की खरीदी नहीं की गई है. इस खरीदी का कुल मूल्य ११,७७६.८९ करोड़ रुपए है. जिसमें से अब तक किसानों को ११,०२९.४७ करोड़ रुपयों की रकम अदा की जा चुकी है. इसके अलावा सीसीआय ने ३० सितंबर तक एफएक्यू स्तर का कपास खरीदी करने की घोषणा की है. जिले में विविध प्रयासों से कपास खरीदी को गति प्रदान की गई है. कोरोना पृष्ठभूमि पर कपास खरीदी के लिए कुछ बाधाएं आयी थीं. लेकिन वह दूर करने के लिए व कपास खरीदी को गति देने के लिए समय-समय पर बैठकें लेकर दिशा निर्देश दिए गए. जिलाधिकारी शैलेश नवाल, राज्य पणन महासंघ के अध्यक्ष राजा देशमुख, जिला उपनिबंधक संदीप जाधव, कृषि विभाग के अधिकारी सहित चर्चा कर दिक्कतों को जाना गया. जिसके अनुसार कुछ जिन शुरू होने पर खरीदी को गति मिलेगी. लेकिन उसके लिए प्रशिक्षित मनुष्यसंसाधन की कमी होने की जानकारी दी गई. इसके अनुसार जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने १० कृषि पर्यवेक्षकों की सेवाएं अधिग्रहित की. इन सभी पर्यवेक्षकों को ग्रेडिंग को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. पणन महासंघ यह प्रशिक्षित मनुष्यसंसाधन प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराकर देता है. जिसके अनुसार सात जिनिंग शुरू हो पायी. पहले १८ जिनिंग की संख्याएं थी जो अब बढक़र २५ हो गयी है. राज्य में कपास पणन महासंघ की ओर से ७ केंद्रों के अलावा सीसीआय के मार्फत एक केंद्र था. पालकमंत्री के प्रयासों से सीसीआय की ओर से एक केंद्र शुरू किया गया और कपास खरीदी को गति दी गई.
१२ लाख ८२ हजार क्विंटल कपास खरीदा
कोरोना विपदा के दौर में जिले में कपास खरीदी को गति दी गई है. अब तक ४८ हजार ७९९ किसान बंधूओं से १२ लाख ८२ हजार क्विंटल कपास खरीदी किया गया है, यह जानकारी उपनिबंधक जाधव ने दी. जिले में मोर्शी व वरूड़ तहसील के किसानों द्वारा किए गए कपास का पंजीयन ज्यादा रहने से समयावधि पर खरीदी पूरी करने के लिए तहसील में ओर दो केंद्र बढ़ाए गए है. मोर्शी व वरूड तहसील के किसानों द्वारा कपास का पंजीयन अधिक होने से कपास खरीदी की प्रतिक्षा सूची बड़ी है. इस बात को ध्यान में रखकर कपास खरीदी की प्रक्रिया निर्धारित अवधि में पूरी करने के लिए राज्य पणन महासंघ की ओर से वरूड तहसील के लिए नागपुर जिले के नरखेड स्थित ओंकार इंडस्ट्रीज, मोर्शी तहसील के लिए नरखेड के जलालखेडा के गोपीनाथ इंडस्ट्रीज में सुविधा उपलब्ध कराकर दी गई है. यह जानकारी जाधव ने दी है.राज्य में सीसीआय व राज्य कपास पणन महासंघ की ओर से ९१.९० व ५४.०३ लाख क्विंटल कुल १४५.९३ क्विंटल कपास खरीदी किया है. कोविड-१९ के प्रकोप से कपास का बाजार में समर्थन मूल्य कम रहने से किसानों ने शासकीय खरीदी केंद्र पर कपास बेचने का मन बनाया.
जिसके अनुसार शासकीय खरीदी का नियोजन कर कोविड-१९ में सीसीआय व कपास पणन महासंघ की ओर से अब तक क्रमश: ३५.७० व ३६.७५ लाख कुल ७२.४५ लाख क्विंटल कपास खरीदी किया गया है. राज्य में सरकारी व निजी कुल खरीदी ४१८.८ लाख क्विंटल हुई है. वास्तविक रूप से देखा जाए तो ४१० लाख क्विंटल कपास खरीदी की अपेक्षाएं थी. कुल ८ लाख ६४ हजार ७२ किसानों से कपास खरीदी किया गया.