अमरावती

राज्य में अवैध वृक्ष कटाई का प्रमाण बढा

मूल्यांकन रिपोर्ट से सामने आयी जानकारी

  •  मध्य चांदा, सिरोंचा, भामरागढ व गोंदिया में सर्वाधिक कटाई

अमरावती/प्रतिनिधि दि.29 – सरकार द्वारा प्रति वर्ष बारिश के मौसम में राज्य स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है, ताकि पर्यावरण का संवर्धन हो तथा प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके. लेकिन विगत तीन वर्षों के दौरान अवैध वृक्ष कटाई के त्रैमासिक मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 के दौरान राज्य में बडे पैमाने पर अवैध वृक्ष कटाई किये जाने की सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. इसमें भी मध्य चांदा, सिरोंचा, भामरागड व गोंदिया अवैध वृक्ष कटाई के मामले में सबसे आगे है. कहा जा रहा है कि, कोविड संक्रमण काल के चलते सभी प्रशासनिक महकमे कोविड संबंधी कामों में व्यस्त थे. ऐसे में गत वर्ष अवैध वृक्ष कटाई के मामलों में जमकर इजाफा हुआ.
बता दें कि, वनविभाग ने अवैध वृक्ष कटाई की त्रैमासिक रिपोर्ट वन्यजीव व प्रादेशिक वृत्त कार्यालय की ओर से प्राप्त होती है. जिसके आधार पर किसी वनवृत्त में पिछली तिमाही की तुलना में अथवा उसी तिमाही के दौरान गत वर्ष की तुलना में अवैध वृक्ष कटाई घटी अथवा बढी, इसे लेकर मूल्यांकन किया जाता है. वर्ष 2018, 2019 व 2020 इन तीन वर्षों के दौरान हुई अवैध वृक्ष कटाई की रिपोर्ट का वरिष्ठाधिकारियों द्वारा अवलोकन किये जाने पर पता चला कि, वर्ष 2020 में विगत दो वर्षों की तुलना में अवैध वृक्ष कटाई के मामले बढे है. इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 में 73 हजार 980, वर्ष 2019 में 65 हजार 212 तथा वर्ष 2020 में 83 हजार 958 वृक्षों की अवैध तरीके से कटाई के मामले सामने आये है. सर्वाधिक उल्लेखनीय बात यह है कि, औरंगाबाद, उस्मानाबाद तथा पुणे वन विभाग में गत वर्ष अवैध वृक्षकटाई की कोई घटना सामने नहीं आयी.

  •  इस बार भी वृक्षारोपण के लिए निधी का अभाव

कोविड संक्रमण के जारी खतरे का इस बार वृक्षारोपण अभियान पर काफी बडा परिणाम होना तय है. इस समय डेल्टा वेरियंट नामक नया संकट उपस्थित हो जाने की वजह से राज्य सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की ओर पूरा ध्यान देना होगा. ऐसे में इस वर्ष भी वृक्षारोपण के लिए कोई निधी उपलब्ध नहीं करायी जायेगी.

  •  वृक्ष कटाई रोकने हेतु उपाययोजनाओं के निर्देश

राज्य के 15 वन्यजीव तथा प्रादेशिक वनवृत्तों के परिक्षेत्र में वर्ष 2020 के दौरान बडे पैमाने पर वृक्ष कटाई की घटनाएं घटित हुई है. ऐसे में अवैध वृक्ष कटाई के कारणों को खोजने और इसे रोकने हेतु आवश्यक उपाययोजना करने का निर्देश अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक प्रवीण चव्हाण द्वारा विगत 4 जून को सभी वरिष्ठ वन अधिकारियों को भेजे गये पत्र में दिया गया है.

  • अवैध वृक्ष कटाई के वनवृत्तनिहाय आंकडे

वनवृत्त                           2018     2019       2020
अमरावती                      8,692    8,169       7,421
यवतमाल                       4,881   4,788       7,522
नागपुर                           7,927   6,342       9,652
चंद्रपुर                            4,389   5,807      6,915
औरंगाबाद                      9,378   3,448      3,189
नासिक                              715      235        334
धुलिया                           8,036   6,769   11,167
ठाणे                               9,382    8,755   13,511
पुणे                                  436        202         289
कोल्हापुर                       2,381    1,900      3,231
नागपुर वन्यजीव           3,014    3,091      2,739
मुंबई वन्यजीव              1,960    1,382      1,156
मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प     1,511   1,728      4,818
तांदल वन                           00         00            07

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