* 1.39 करोड रूपयों का खर्च छिपाने का है मामला
अमरावती/दि.9- संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के पूर्व कुलगुरू डॉ. मोहन खेडकर के बैंक खाते को आयकर विभाग द्वारा ‘कनेक्ट’ किया गया है. 60 लाख रूपये के आयकर घोटाले के मामले को हल करने हेतु यह कार्रवाई किये जाने की जानकारी है.
बता दें कि, डॉ. मोहन खेडकर द्वारा कुलगुरू बंगले पर कर्मचारियों व सुख-सुविधाओं की जानकारी छिपाये जाने को लेकर आयकर विभाग ने नोटीस जारी की थी. जिसमें कहा गया था कि, 23 फरवरी 2011 से 24 फरवरी 2016 के दौरान अमरावती विद्यापीठ का कुलगुरू रहते समय डॉ. मोहन खेडकर ने आयकर विभाग को दिये गये विवरणपत्र में बिजली, पानी, फर्निचर व नौकर जैसी सुविधाओं पर किये गये खर्च की जानकारी छिपाई थी, जबकि कुलगुरू बंगले पर बिजली, पानी, फर्निचर, कर्मचारी, सुरक्षा रक्षक, घरेलू कामगार व कायम स्वरूपी कर्मचारी तथा वॉचमैन पर पांच वर्ष के दौरान 1 करोड 39 लाख रूपयों का खर्च हो रहा था. इसके बावजूद डॉ. मोहन खेडकर ने यह जानकारी आयकर विभाग से छिपाई, ऐसा इस नोटीस में कहा गया. जबकि इस खर्च का मासिक वेतन में खर्च के तौर पर दर्ज होना नियमानुसार अनिवार्य था. किंतु डॉ. खेडकर ने इस जानकारी को छिपा लिया. उन्होंने सुसज्जित कुलगुरू बंगले में तमाम सुख-सुविधाओं का लाभ लिया. किंतु उसकी जानकारी आयकर विभाग के विवरण पत्र में नहीं थी. आयकर विभाग के फार्म क्रमांक 16 व 12 (बी) (ए) में कर्मचारियों के वेतन, बंगले पर लगाये गये फर्निचर तथा अन्य सुविधाओं पर हुए खर्च की जानकारी दर्ज ही नहीं की गई.
सुख-सुविधाओं पर खर्च हुए 1 करोड 39 लाख रूपये
पूर्व कुलगुरू डॉ. मोहन खेडकर के कार्यकाल दौरान कुलगुरू बंगले पर तमाम सुख-सुविधाओें के लिए 1 करोड 39 लाख रूपयों का खर्च किया गया. जिसकी जानकारी छिपाई गई है. ऐसे में आयकर विभाग द्वारा डॉ. खेडकर पर आयकर चोरी का आरोप लगाते हुए मूल आयकर के 42 लाख तथा दंड स्वरूप 19 लाख रूपयों की रकम वसूल की जायेगी. जिसके लिए आयकर विभाग द्वारा डॉ. मोहन खेडकर के बैंक खाते को संलग्न किया गया है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.