अमरावतीविदर्भ

धुलघाट -तुकइथड रेलमार्ग को यथावत रखे

पूर्व विधायक भिलावेकर की आंदोलन की चेतावनी

परतवाड़ा/मेलघाट-:  मेलघाट के पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर ने राज्य सरकार को चेताया कि आकोट से बारास्ता धुलघाट होकर जा रही मीटरगेज लाइन का ही परिवर्तन ब्रॉडगेज में किया जाए । मेलघाट की जीवनरेखा समझी जाती उक्त ट्रेन के मार्ग में किसी भी प्रकार का बदल बर्दाश्त नही किया जायेगा ।आकोला -खंडवा ब्रॉडगेज रेलवे लाइन को पुरानी धुलघाट -डाबका मीटरगेज पर ही बिछाया जाए ।ऐसा न करने पर एक सप्ताह बाद यहां से केंद्र और रेलवे को भगाने का प्रयास कर रहे लोगो को सबक सिखाया जायेगा । हमारी मांग को अनसुनी करने पर हम अगले सप्ताह धारणी बंद कर रेल को यहां से भगा ले जाने को लालायित लोगों को हमारे हौसले दिखा देंगे । अब इस मुद्दे को लेकर धारणी में भाजपा और सेना आमने -सामने आ चुकी हूं ।
धारणी के एसडीओ मिताली सेठी को दिए एक निवेदन में पूर्व विधायक भिलावेकर ने उक्त आशय की चेतावनी दी है ।इस मौके पर धारणी तहसील बीजेपी प्रमुख हीरालाल मावास्कर प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।एसडीओ को अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार आदिनाथ गाजरें को निवेदन देकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मेलघाट के सामाजिक , आर्थिक उत्थान के लिए अतिआवश्यक उक्त रेल को यथावत रखने की अपनी मांग से प्रशासन को अवगत कराया ।मुख्यमंत्री के अभिनंदन पर करारा वार करते हुए भिलावेकर ने कहा कि आदिवासियो के हितों पर किसी प्रकार का हमला बर्दाश्त नही किया जायेगा ।पुरानी रेलवे लाइन को ही ब्रॉडगेज में परिवर्तित करने पर जहां 29 किमी अन्य क्षेत्र का फेरा बचेंगा । वहीं करोडो रुपये के सरकारी खर्च की भी बचत होंगी। यह रेल मार्ग  मेलघाट और अचलपुर के यात्रियों के अधिकार का मार्ग है । इससे हमारे आदिवासी भाइयो को रोजगार करने कही भी जाने की सुविधा मिली हुई है ।दक्षिण भारत , मध्यप्रदेश और राजस्थान तक यह रेल सुविधा देती है । बुलढाणा के नेताओ और वहां के लोगो के लिए शेगावँ , नांदुरा, खामगांव से ढेरो रेल सुविधाएं उपलब्ध है । ऐसे में वहा के नेताओ का मेलघाट के अधिकार पर झपट्टा मारना शोभा नही देता है ।
भिलावेकर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी , रेलमंत्री पीयूष गोयल , पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावलेकर की सलाह को सही बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार आदिवासियों के हितों के लिए चिंतित है । दूसरे नेता भी केंद्रीय मंत्रियों की बात को माने । मेलघाट से जाती रेल को रोकने की सूरत में आठ दिन बाद धारणी बंद रख आंदोलन तीव्र किया जायेगा । उन्होंने उनकी भावनाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराने का आग्रह भी किया ।

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